घिसी-पिटी स्क्रिप्ट, पुरानी बोतल में नई शराब... राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों पर चुनाव आयोग का पलटवार
ECI on Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वोट चोरी वाले आरोप पर चुनाव आयोग ने कहा कि वे घिसी-पिटी बात दोहरा रहे हैं. ECI ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव को लेकर उन्हें जवाब दिया जा चुका है.

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वोट चोरी वाले आरोपों पर चुनाव आयोग ने शुक्रवार (8 अगस्त 2025) को जवाब दिया है. चुनाव आयोग ने कहा कि हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने वही घिसी-पिटी बात दोहराई. चुनाव आयोग ने कहा, "यह बात 2018 में मध्य प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष कमलनाथ ने की थी. आज कांग्रेस सासंद राहुल गांधी वही राग अलाप रहे हैं. पुरानी बोतल में नई शराब."
सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने को लेकर क्या बोला ECI
चुनाव आयोग पैनल ने कहा कि 2019 में मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट उपलब्ध कराने की कांग्रेस की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा, "कोई भी पीड़ित उम्मीदवार 45 दिनों के भीतर संबंधित हाई कोर्ट में अपने निर्वाचन को चुनौती देने के लिए चुनाव याचिका (Election Petition) दायर कर सकता है."
राहुल गांधी के आरोप पर चुनाव आयोग ने कहा, "अगर चुनाव याचिका (EP) दायर की जाती है तो सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखी जाती है. अन्यथा इसका कोई उद्देश्य नहीं है, जब तक कि कोई मतदाता की गोपनीयता भंग करने का इरादा न रखता हो. उदाहरण के लिए, 1 लाख मतदान केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा में 1 लाख दिन लगेंगे, यानी लगभग 273 साल और इसका कोई कानूनी नतीजा निकलना संभव नहीं है."
महाराष्ट्र चुनाव को लेकर जवाब दिया जा चुका है- ECI
चुनाव आयोग ने कहा, "राहुल गांधी की ओर से ऐसे कई आरोप लगाए जा रहे हैं और मीडिया में रिपोर्ट किए जा रहे हैं, जबकि उन्होंने कभी कोई लिखित शिकायत नहीं दी है. उन्होंने दिसंबर 2024 में महाराष्ट्र का मुद्दा उठाया. इसके बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के एक वकील ने ईसीआई को पत्र लिखा. हमारा जवाब 24 दिसंबर 2024 को ईसीआई की वेबसाइट पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है. फिर भी राहुल गांधी का दावा है कि चुनाव आयोग ने कभी जवाब नहीं दिया."
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से पूछे ये 5 सवाल
इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से 5 सवाल पूछे थे. पहला- विपक्ष को डिजिटल वोटर लिस्ट क्यों नहीं मिल रही? क्या छिपा रहे हो? दूसरा- सीसीटीवी और वीडियो सबूत मिटाए जा रहे हैं, क्यों? किसके कहने पर? तीसरा- फर्जी वोटिंग और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की गई, क्यों? चौथा- विपक्षी नेताओं को धमकाना, डराना, क्यों? पांचवां- साफ-साफ बताओ, क्या ईसीआई अब बीजेपी का एजेंट बन चुका है?
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