189 नकली कंपनियां, महंगी घड़ियां और आलीशान मकान... कफ सिरप सिंडिकेट पर ED का शिकंजा
Cough Syrup Case: खांसी की दवा सिंडिकेट मामले में, ED ने झारखंड के रांची में मेसर्स सेली ट्रेडर्स से 189 संदिग्ध नकली कंपनियों के दस्तावेज जब्त किए है. देशभर के विभिन्न शहरों में छापेमारी की गई है.

Cough Syrup Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध कफ सिरप की तस्करी और उससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. देशभर के विभिन्न शहरों में की गई छापेमारी में करोड़ों रुपये की अवैध आय, सैकड़ों शेल कंपनियां और लक्जरी वस्तुओं का पर्दाफाश हुआ है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह एक संगठित और बड़े पैमाने पर सिंडिकेट का मामला है.
रांची में 189 नकली कंपनियों के दस्तावेज जब्त
ED ने झारखंड के रांची में मेसर्स सेली ट्रेडर्स के कार्यालय से 189 संदिग्ध नकली कंपनियों से संबंधित दस्तावेज जब्त किए हैं. जांच में सामने आया है कि इन कंपनियों ने लगभग ₹450 करोड़ का नकली टर्नओवर दिखाकर अवैध लेनदेन किया था.
मुख्य आरोपी के घर से लक्जरी बैग और महंगी घड़ियां मिलीं
मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल का बंद घर खोलने पर, ED को प्रादा और गुच्ची जैसे महंगे बैग और राडो और ऑडमर्स पिगुएट ब्रांड की घड़ियां मिलीं. इनकी अनुमानित कीमत ₹1.5 करोड़ से ज्यादा है. घर के आंतरिक भाग में ₹1.5 करोड़ से ₹2 करोड़ नकद खर्च होने के सबूत भी मिले हैं.
लखनऊ में सस्पेंडेड कांस्टेबल के आलीशान घर पर छापेमारी
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सस्पेंडेड कांस्टेबल आलोक प्रताप सिंह के घर पर छापेमारी में पता चला कि उसने एक पॉश इलाके में एक भव्य घर बनाया था. इस घर का निर्माण खर्च लगभग ₹5 करोड़ होने का अनुमान है, जबकि जमीन की कीमत अलग से तय की जाएगी.
अहमदाबाद में फार्मास्युटिकल कंपनियों पर ED के छापे
गुजरात के अहमदाबाद में मेसर्स आरपिक फार्मास्युटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड और उसकी सहायक कंपनी, मेसर्स इधिका लाइफ साइंसेज के परिसरों में छापेमारी की गई. कोडीन आधारित कफ सिरप की अवैध बिक्री और दुरुपयोग और करोड़ों रुपये के गैर-हिसाब लेनदेन के सबूत मिले थे. कंपनी के निदेशकों के दो मोबाइल फोन भी जब्त किए गए थे. ED ने चार्टर्ड अकाउंटेंट विष्णु अग्रवाल से 140 कंपनियों का डेटा प्राप्त किया था. इन कंपनियों के अवैध धन के लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का संदेह है.
सहारनपुर में 125 कंपनियों से धन हस्तांतरण के संकेत
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में विभोर राणा और उनके सहयोगियों की जांच में 125 कंपनियों के धन हस्तांतरण और विचलन के सबूत सामने आए थे. इन कंपनियों के अवैध धन विभिन्न खातों में स्थानांतरित किया गया था.
ED की जांच जारी है, जिसमें और खुलासे होने की संभावना
ED के मुताबिक, जब्त किए गए दस्तावेजों, बैंक खातों और संपत्तियों की पूरी जांच जारी है. अवैध धन के स्रोतों और पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए जांच का और विस्तार किया जा रहा है. एजेंसी का कहना है कि आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे होने की संभावना है.
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