दिग्विजय ने ट्वीट किया ओवैसी और अमित शाह का 'फोटो', यहां जानें क्या है इसका सच

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें कथित तौर पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह MIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से झुककर हाथ मिलाते नज़र आ रहे हैं. दिग्विजय सिंह ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा है, ''ये तस्वीर मुझे किसी ने भेजी है. ये तस्वीर देखने से ही छेड़छाड़ की हुई लगती है, क्योंकि असद भगवा जैकेट नहीं पहनेंगे. लेकिन आजकल कुछ कहा नहीं जा सकता.''
दिग्विजय सिंह ने जिस तस्वीर का जिक्र किया है उसकी पड़ताल कुछ समय पहले एबीपी न्यूज ने अपने खास शो वायरल सच में की थी. हमने पहले ही बता दिया था कि वायरल हो रही ये तस्वीर झूठी है. सोशल मीडिया में वायरल हो रही तस्वीर के जरिए दावा किया गया था कि दोनों के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं.
असदुद्दीन ओवैसी और अमित शाह ये राजनीति की दुनिया के वो नाम है जो अलग-अलग किनारे पर हैं. ये जब एक दूसरे की बात करते हैं तो उसे या तो राजनीतिक हमला कहा जाता है या फिर पलटवार. लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल इस तस्वीर के जरिए दोनों के रिश्तों की कुछ और ही कहानी पेश की जा रही है.
तस्वीर में एआईएमआईएम यानि All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह हैं अमित शाह ओवैसी का हाथ पकड़े हुए हैं और मुस्कुरा रहे हैं ओवैसी अमित शाह को देख रहे हैं तस्वीर देखकर लग रहा है कि अमित शाह दिल खोलकर ओवैसी का स्वागत कर रहे हो हों. वायरल फोटो 19 अक्टूबर 2014 की है जब बीजेपी महाराष्ट्र और हरियाणा में मिली जीत का जश्न मना रही थी. प्रधानमंत्री मोदी बीजेपी कार्यालय पहुंचे जहां बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह उनके स्वागत के लिए मौजूद थे.
तकनीकि के जरिए फैलाया गया झूठ प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे और अमित शाह ने उन्हें माला पहनाकर उनका स्वागत किया. इस तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके मोदी की जगह ओवैसी को दिखाया गया. कपड़े वही हैं गले में माला भी दिखाई दे रही है सिर्फ चेहरा बदल दिया गया है. अगर आप सच नहीं जानते तो तकनीक के जरिए झूठ और भ्रम बेहद आसानी से फैलाया जा सकता है जैसा कि इस तस्वीर के साथ हुआ.
इस तकनीति को फोटोशॉप कहते हैं ग्राफिक्स की भाषा में फोटोशॉप के जरिए किसी भी तस्वीर को मॉर्फ कर अलग तरीके से पेश किया जा सकता है. मोदी और अमित शाह की तस्वीर में जैसे ओवैसी की एंट्री कराई गई वहां पर राहुल गांधी को भी दिखाया जा सकता है या फिर खुद दिग्विजय सिंह को भी. फोटो के साथ छेड़छाड़ की इस तकनीक को फोटो शॉप कहते हैं. एबीपी न्यूज की पड़ताल में वायरल हो ये तस्वीर झूठी साबित हुई.
दिग्विजय ने क्यों ट्वीट की तस्वीर? दिग्विजय सिंह राजनीति में अपने एक खास अंदाज के लिए जाने जाते हैं. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं. ऐसे में दिग्विजय सिंह कोई मौका गंवाना चाहते हैं. सूत्रों के मुताबिक ये तस्वीर उन्हें किसी ने भेजी थी और ये जानते हुए भी कि तस्वीर फर्जी है दिग्विजय ने इसे ट्वीट किया. दरअसल कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान ओवैसी पर बीजेपी की बीटीम होने का आरोप लगाते रहे हैं. कांग्रेस अपनी इसी रणनीति को यूपी में भी आगे बढ़ा रही है.
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