MP News: कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के बिगड़े बोल- 33 करोड़ देवता हैं चांद मियां पूजने की जरूरत नहीं
MP News: धर्म और धार्मिक मुद्दों पर बोलना देश में आम बात हो गई है, लेकिन अब बागेश्वर धाम के कथा वाचक धीरेंद्र कृष्णा शास्त्री ने कहा है कि चांद मियां को पूजने की क्या जरूरत है.

MP News: बीते दिनों भोपाल के आनंद नगर में बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्णा शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri ) ने कुछ ऐसा कह दिया है जो विवादित बयान है. उन्होंने कहा कि जब सनानत धर्म में पूजा के लिए 33 करोड़ देवी-देवता मौजूद हैं तो फिर चांद मियां को पूजने की क्या जरूरत है.
राम है विश्व के पिता
महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्णा शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri ) ने कहा कि पूरी दुनिया में सबसे पूज्यनीय राम है. वे विश्व पिता है. उन्होंने मंदिरों में साईं प्रतिमा के होने पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का हवाला देते हुए कहा कि जगद्गुरु शंकराचार्य ने साईं की मूर्ति होने का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि वह सनातन धर्म में सबसे बड़े पद पर हैं और हमें उनके विचारों का सम्मान कर उनकी आज्ञा को शिरोधार्य करना चाहिए.
राजनेता फैलाते हैं जातिवाद
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने राजनेताओं के लिए कहा कि जातिवाद फैलाने का श्रेय इन्हें ही जाता है. पहले कई जातियां होती थी, लेकिन समाज में जातिवाद नहीं था. आराध्यों के अलग जाति का होने पर भी उन्हें पूजने पर कोई विवाद नहीं था. कृष्ण जी यादव, श्रीराम क्षत्रिय तो वाल्मीकि, रैदास जी तक को लोग आज तक पूजते आ रहे हैं, लेकिन अब केवल जातिवाद रह गया है. उन्होंने कहा धर्म से राजनीति चलाई जा सकती है, लेकिन राजनीति से धर्म को नहीं चलाया जा सकता. इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए संत समाज को एकजुट होना होगा, नहीं तो सनातन धर्म को मिटते देर नहीं लगेगी.
गद्दी पर विवाद से किया इंकार
बागेश्वर धाम की गद्दी पर परिवार में चल रहे विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि देवेंद्र जी और उनके बीच कोई मतभेद नहीं है. वह उनके बड़े भाई हैं. उन्होंने कहा कि उनका काम बस राम की सेवा और इस नाम को घर- घर पहुंचाना है. किसी से उनका कोई बैरभाव नहीं है.
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