CWC मीटिंग: अंबिका सोनी ने कहा- पार्टी नेतृत्व को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वालों के खिलाफ होनी चाहिए कार्रवाई
सोनिया को पत्र लिखने वाले नेताओं ने बैठक में कहा कि संगठन की बेहतरी के लिए कुछ चिंताएं थीं, उन्हें बताने के लिए पत्र लिखा था.

नई दिल्ली: कांग्रेस वर्किंग कमेठी (CWC) की बैठक में अंबिक सोनी ने उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जिन्होंने पार्टी नेतृत्व को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखा है. सूत्रों ने बताया कि CWC बैठक में अंबिका सोनी ने कहा कि पार्टी के नेतृत्व को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वालों के खिलाफ पार्टी संविधान के तहत कार्रवाई की जा सकती है.
वहीं सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं ने CWC बैठक में पत्र लिखने का कारण बताया है. सूत्रों के मुताबिक बैठक में इन नेताओं ने कहा कि संगठन की बेहतरी के लिए कुछ चिंताएं थीं, उन्हें बताने के लिए पत्र लिखा था. इन नेताओं ने यह भी कहा कि इनका सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में पूरा विश्वास है.
वहीं गुलाम नबी आज़ाद और आनंद शर्मा ने कहा कि उन्होंने सीमा में रहकर ही चिंताएं व्यक्त की, अगर फिर भी किसी को लगता है कि हमने अनुशासन भंग किया है तो कार्रवाई की जा सकती है.
सोनिया गांधी ने की पद छोड़ने की पेशकश कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पद छोड़ने की पेशकश की और कहा कि सीडब्ल्यूसी नया अध्यक्ष चुनने के लिए प्रक्रिया आरंभ करे.
वहीं सूत्रों के अनुसार, सीडब्ल्यूसी की बैठक आरंभ होने के बाद सोनिया ने कहा कि वह अंतरिम अध्यक्ष का पद छोड़ना चाहती हैं और उन्होंने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को विस्तृत जवाब भेजा है.
एक सूत्र ने कहा कि इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कुछ अन्य नेताओं ने उनसे आग्रह किया कि वह पद पर बनी रहें. सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी ने गुलाम नबी आजाद और पत्र लिखने वाले कुछ नेताओं एवं उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों का हवाला दिया.
रविवार को सामने आई पत्र लिखे जाने की जानकारी बता दें सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले रविवार को पार्टी में उस वक्त नया सियासी तूफान आ गया जब पूर्णकालिक एवं जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को 23 वरिष्ठ नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने की जानकारी सामने आई.
हालांकि, इस पत्र की खबर सामने आने के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ एवं युवा नेताओं ने सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में भरोसा जताया और इस बात पर जोर दिया कि गांधी परिवार ही पार्टी को एकजुट रख सकता है.
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Source: IOCL





















