पहाड़ नहीं तबाह हो रहा जंगल, पड़ गई बहुत बड़ी दरार, दौड़े-दौड़े आए MP, जानें किसको देने लगे 'कयामत' का अलर्ट
Kodaikanal Hill: तमिलनाडु की कोडईकनाल पहाड़ी में एक गांव के पास 30 फीट गहरी दरार पड़ गई है. जिस वजह से गांव के लोगों में डर है.
Crack in Kodaikanal Hill: इस साल जुलाई में केरल के वायनाड में भूस्खलन की वजह से चार गांव पूरी तरह तबाह हो गए थे. इसमें कम से कम 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. वहीं, अब तमिलनाडु के कोडईकनाल पहाड़ी में घने जंगल क्षेत्र में पौड़ी गांव में एक 30 फिट की दरार पड़ गई है. जिसके बाद गांव के लोग सहम गए हैं.
इसी बीच डिंडीगुल के सांसद आर. सचिदानंदम ने इसको लेकर आईएमडी के जनरल सेक्रेटरी से बात की. उन्होंने इस दरार के कारण का पता लगाने को कहा है.
डिंडीगुल के सांसद आर. सचिदानंदम ने कही ये बात
इस मामले को लेकर डिंडीगुल के सांसद आर. सचिदानंदम ने कहा, 'मैंने अपने जिले को लेकर आईएमडी के जनरल सेक्रेटरी से बात की है. हमारे निर्वाचन क्षेत्र में केरल सीमा के बहुत पास कोडईकनाल पहाड़ी में एक पोंडी गांव है. वहां 82 मीटर लंबी और 30 फीट गहरी दरार है. मैं और विधायक सेंथिल कुमार उस स्थान पर गए थे. हमने इस दरार का निरीक्षण भी किया था. गांव के लोग काफी ज्यादा डर गए हैं. उन्हें भूस्खलन का खतरा लग रहा है.'
#WATCH | Delhi: Dindigul MP, R. Sachithanantham says, "Today I met the secretary general of IMD about our district. In our constituency in Kodaikanal hill very near to the Kerala border, there is Pondi village in the dense forest area. There is a cavity with a length of 82 meters… pic.twitter.com/CPIMOCqpdQ
— ANI (@ANI) September 25, 2024
उन्होंने आगे कहा, "सरकारी विभाग तुरंत मैदान का पूरी तरह से आकलन करेंगे और लोगों को सुरक्षित करेंगे. मैंने आईएमडी के जनरल सेक्रेटरी से मुलाकात की और उस जगह का तुरंत निरीक्षण करने के लिए कहा है, ताकि उस दरार के कारण पता लग सके. उन्होंने तुरंत भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र से बात की. उन्होंने उस जगह की जांच करने के लिए दोनों विभागों को कहा है.उन्होंने दोनों विभागों को इस मामले में हस्तक्षेप करने का निर्देश दिया है."
केरल में भूस्खलन की वजह से हुई थी बहुत तबाही
बता दें कि केरल के वायनाड जिले में 30 जुलाई को मेप्पाडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में आए भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई थी. इस प्राकृतिक आपदा के कारण 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सैकड़ों घायल हो गए थे.