‘न्याय की लड़ाई में हम आपके साथ’, सतारा में सुसाइड करने वाली लेडी डॉक्टर के परिवार से राहुल गांधी ने की बात
सतारा में सुसाइड करने वाली डॉक्टर की मां ने राहुल गांधी के बात करते हुए कहा कि उन्हें डर है कि इस घटना के सबूतों को मिटा दिया जाएगा. इसके लिए उन्होंने एसआईटी बनाने के लिए दबाव देने की मांग की.

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के सतारा जिले में कथित तौर पर आत्महत्या करने वाली महिला चिकित्सक के परिजन से बुधवार (29 अक्टूबर, 2025) को फोन पर बात की. राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार को न्याय की उनकी लड़ाई में सहयोग देने का आश्वासन दिया. फोन पर करीब सात मिनट की बातचीत के दौरान, डॉक्टर की मां ने राहुल गांधी से एक भावनात्मक अपील की और उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि उन्हें उनकी बेटी के साथ हुए घोर अन्याय के लिए न्याय मिले.
महिला डॉक्टर के परिवार के सदस्यों ने राहुल गांधी से मौत मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित कराने के वास्ते सरकार पर दबाव डालने की मांग की. उन्होंने कहा कि डॉक्टर की मौत का एक सप्ताह बीत चुका है और उन्हें डर है कि सबूत मिटा दिए जाएंगे. डॉक्टर की मां ने कहा कि तीन-चार अन्य लोगों ने भी उनकी बेटी पर दबाव डाला था, लेकिन उनसे पूछताछ नहीं की गई या उनका पता नहीं लगाया गया. हालांकि, उन्होंने इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया.
महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात
राहुल गांधी ने कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल के फोन से मृतक डॉक्टर के माता-पिता और भाई-बहनों से बात की. सपकाल बीड जिले के कवड़गांव में उनसे मिलने गए थे. कांग्रेस सांसद ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह महिला डॉक्टर की मौत के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कराने के वास्ते सरकार पर दबाव डालेंगे. इससे पहले, राहुल गांधी ने डॉक्टर की आत्महत्या को संस्थागत हत्या करार दिया था और कहा था कि इसने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की अमानवीय और असंवेदनशील प्रकृति को उजागर किया है.
इस घटना में अबतक दो की हुई गिरफ्तारी
महाराष्ट्र के सतारा जिले के फलटण कस्बे के एक होटल के कमरे में 28 वर्षीय महिला डॉक्टर गुरुवार (23 अक्टूबर, 2025) की रात को फंदे से लटकी हुई पाई गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी के कारण दम घुटना बताया गया, जिससे संकेत मिलता है कि उसने आत्महत्या की थी.
पुलिस के अनुसार, महिला डॉक्टर की हथेली पर एक नोट लिखा पाया गया था, जिसमें उसने आरोप लगाया कि पुलिस उप-निरीक्षक गोपाल बदाने ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया, जबकि सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बनकर ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. दोनों को 25 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था.
होटल के कमरे में जबरन प्रवेश का पुलिस को नहीं मिला सबूत
पुलिस के मुताबिक, होटल के कमरे में जबरन प्रवेश का कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे घटना के दौरान किसी और की मौजूदगी का संकेत नहीं मिलता. महिला डॉक्टर के रिश्तेदारों ने एक एसआईटी गठित करने की मांग की है. उनका आरोप है कि मौत के बाद उसके मोबाइल फोन से अहम डेटा मिटा दिया गया. मृतका के चाचा ने दावा किया कि उसकी मौत के बाद उसके फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करके फोन को खोला गया और घटना से जुड़ी अहम जानकारियां मिटाई गईं. बीड के वडवानी के निवासियों ने मंगलवार (28 अक्टूबर, 2025) को बंद आहूत किया और कथित आत्महत्या मामले की एसआईटी से जांच कराने की मांग की.
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