CBI ने रिश्वत के आरोप में GAIL अधिकारियों पर दर्ज किया मुकदमा, दिल्ली समेत कई जगहों पर छापेमारी
CBI on raids GAIL officials: रिश्वत लेने के आरोप में CBI ने GAIL अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. वहीं दिल्ली एनसीआर समेत अनेक जगहों पर आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है.
CBI on raids GAIL officials: निजी कंपनियों से रियायती दरों पर पेट्रो केमिकल प्रोडक्ट खरीदने की बाबत रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआई ने गैस अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के निदेशक मार्केटिंग समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है. सीबीआई ने इस मामले में दिल्ली एनसीआर समेत अनेक जगहों पर आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की इस छापेमारी के दौरान 84 लाख की नगदी जेवरात और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं. इस मामले में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है देर रात तक छापेमारी की कार्रवाई जारी थी.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के निदेशक मार्केटिंग एस रंगनाथन सौरभ गुप्ता बंसल एजेंसी के आदित्य बंसल समेत पवन गौर राजेश कुमार एन रामकृष्ण नायर आदि लोग शामिल हैं. सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक इन लोगों में से अब तक गेल के वरिष्ठ अधिकारी रंगनाथन को छोड़कर बाकी 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक उसे सूचना मिली थी कि गैस अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के मार्केटिंग निदेशक एस रंगनाथन और दो बिचौलियों राजेश कुमार और पवन गौर के बीच गेल द्वारा मार्केटिंग किए जा रहे पेट्रो रसायन उत्पादों पर की खरीद-फरोख्त में गड़बड़ी की जा रही है. यह भी सूचना मिली कि निजी कंपनियों द्वारा इस वरिष्ठ अधिकारी को रिश्वत भी दी जा रही है.
सीबीआई के आला अधिकारी के मुताबिक सूचना मिली थी कि इन दोनों बिचौलियों ने 11 नवंबर 2021 को नोएडा में रंगनाथन के निवास पर उनसे मुलाकात भी की थी. एक महीने बाद गौर ने राजेश कुमार को सूचित किया कि गेल में छूट के मुद्दे पर विचार किया जा रहा है. आरोप है कि सूचना के बाद इस मामले में पूरी साजिश रच कर कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया.
सीबीआई की प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि गौर और राजेश कुमार दोनों ने 14 दिसंबर 2021 को दिल्ली के होटल लीला में ईएस रंगनाथन से मुलाकात की. सूत्रों ने आगे बताया कि 17 दिसंबर 2021 को राजेश ने कथित तौर पर अन्य लोगों से रिश्वत की रकम ली और उस रकम को रंगनाथन को देने के लिए गौर को सौंप दी. यह भी आरोप है कि एक दिन बाद रंगनाथन के निर्देश पर गुरुग्राम के एन रामकृष्णन नायर ने गौर के आवास से 40 लाख रुपये वसूल किए. सीबीआई की प्राथमिकी में कहा गया है, 20 दिसंबर को पवन गौर ने रंगनाथन से छूट आदेश जारी करने को कहा. उन्होंने मुंबई से लौटने पर आश्वासन दिया कि वह फाइल पर हस्ताक्षर करेंगे. आरोप है कि इस मामले में राजेश कुमार ने दो और डीलरों से भी कथित तौर पर फेवर लेने की कोशिश की इन लोगों से राजेश ने कहा कि रंगनाथन पहले 15 लाख रुपए रिश्वत की मांग कर रहा था लेकिन अब वह 12 लाख रुपए में मान जाएगा.
सीबीआई ने इस मामले में सूचना के आधार पर आरंभिक जांच की और जांच के दौरान तथ्य सामने आने पर जाल बिछाकर एक निजी कंपनी के एक निजी व्यक्ति समिति एक निदेशक को गिरफ्तार कर लिया. यह निजी व्यक्ति गेल के निदेशक मार्केटिंग के लिए 10 लाख रुपए की कथित रिश्वत ले रहा था. इसके फौरन बाद सीबीआई ने दिल्ली नोएडा गुड़गांव पंचकूला करनाल आदि में आदि स्थानों पर आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की. जहां से देर रात तक 84 लाख रुपए बरामद हो चुके थे. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस मामले में आरंभिक पूछताछ के बाद गेल के कुछ अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है देर रात तक छापेमारी कार्रवाई जारी थी.