'सरदार पटेल राष्ट्रीय हीरो थे, उन्होंने भारत का नक्शा...', नाम लिए बिना जेपी नड्डा ने की नेहरू की आलोचना
JP Nadda: केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि हमारी पीढ़ी के साथ-साथ आने वाली कई पीढ़ियां सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करेगी, जिन्होंने एक भारत-श्रेष्ठ भारत बनाने में अपना अतुलनीय योगदान दिया.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्य्क्ष जेपी नड्डा ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए कहा कि आज हम जिस एक भारत श्रेष्ठ भारत की बात कर रहे हैं, उसे बनाने में सरदार का महत्वपूर्ण योगदान था. सरदार पटेल ने ही भारत को एक नक्शा बनाने का काम किया.
सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर गुजरात के वड़ोदरा में शनिवार (29 नवंबर, 2025) को बैप्स मंदिर में आयोजित सरदार सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि भारत की आजादी के बाद पिछली चार पीढ़ियां और हमारी पीढ़ी के साथ-साथ आने वाली कई पीढ़ियां सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद रखेंगी. उन्होंने एक भारत-श्रेष्ठ भारत बनाने में अतुलनीय योगदान दिया था.
राष्ट्र पुरुष थे सरदार वल्लभ भाई पटेल- जेपी नड्डा
जेपी नड्डा ने कहा, “जब हम सब सरदार पटेल की बात करते हैं, तो हमें ध्यान में रखना चाहिए कि वो हमारे राष्ट्रीय हीरो तो थे ही, लेकिन सबसे बड़ी बात है कि वो राष्ट्र पुरुष थे और राष्ट्र पुरुष के रूप में उन्होंने हमारे पुरातन देश की कल्पना को 2 साल के अंदर कार्यरूप देने का काम किया.
#WATCH | Vadodara (Gujarat): Addressing Sardar Sabha at BAPS Temple, Union Minister JP Nadda says, "... Today we talk about Viksit Bharat, but the India we see today is only possible because of the efforts of Sardar Vallabhbhai Patel. From past generations to future ones, Sardar… pic.twitter.com/x192EMAoqI
— ANI (@ANI) November 29, 2025
गांधी जी के आह्वान पर पटेल ने व्यक्तिगत जीवन का किया त्याग- नड्डा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, “सरदार वल्लभ भाई पटेल अपने जीवन में निरंतर सच्चाई की खोज और सच्चाई का साथ देने के सतत प्रयास में रहे. वो अहमदाबाद के प्रतिष्ठित बैरिस्टर थे, उन्होंने लंदन में पढ़ाई की थी, अच्छे विद्यार्थी थे, लेकिन महात्मा गांधी के आह्वान पर उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन को छोड़कर राष्ट्र जीवन जीना शुरू किया.”
किसानों के अधिकारों के लिए पटेल ने किया आंदोलन
नड्डा ने कहा, “चाहे खेड़ा का सत्याग्रह हो या बारडोली का सत्याग्रह हो, सरदार वल्लभ भाई पटेल दोनों हीं आंदोलनों के जरिए किसानों पर हो रहे अन्याय और किसानों के अधिकारों के लिए ब्रिटिश शासन के खिलाफ खड़े थे.”
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Source: IOCL





















