जानिए, उस रेप की घटना को जिसकी वजह से गुजरात छोड़ भाग रहे हैं बिहार-यूपी वाले
एक नाबालिग से रेप के बाद गैर-गुजरातियों पर हमला करने का आरोप 'ठाकोर सेना' पर है. पुलिस का दावा है कि बिहार, यूपी और मध्य प्रदेश के लोगों पर हुए हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इस बीच केंद्र सरकार ने गुजरात सरकार से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी है.

नई दिल्ली: इन दिनों आर्थिक आधार पर मजबूत राज्य गुजरात से हजारों लोगों का पलायन हो रहा है. पलायन करने वाले बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों में हमले का डर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में हिंदी भाषी लोगों पर हो रहे कथित हमलों और पलायन को लेकर कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) समेत अन्य विपक्षी पार्टियां सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साध रही है. इन सब के बीच सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्यों हमले हो रहे हैं और उन्हें क्यों गुजरात छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है?
दरअसल, गुजरात के साबरकांठा के हिम्मतनगर कस्बे के पास एक गांव में 28 सितंबर को 14 माह की बच्ची का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था और उसके साथ रेप किया गया. पुलिस के मुताबिक, रेप के आरोप में बिहार के रहने वाले रविंद्र साहू नाम के एक मजदूर को घटना वाले दिन गिरफ्तार किया गया. पीड़ित नाबालिग ठाकोर समुदाय की है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक नाबालिग के पिता ने कहा, ''आज हमारी बेटी शिकार बनी है कल कोई और हो सकती है. आरोपी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. ताकि देश भर में इसका संदेश जाए.'' पीड़ित नाबालिग को शुक्रवार को अहमदाबाद सिविल अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. रेप की घटना के बाद से स्थानीय संगठनों और लोगों ने गैर-गुजरातियों खासकर बिहार-यूपी के लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. उन्हें गुजरात छोड़ने की धमकी दी गई और कई जगहों पर हमले किए गए. जिसके बाद से वे लगातार गुजरात से अपने घर लौट रहे हैं. ध्यान रहे की बिहार, यूपी और मध्य प्रदेश के लोग गुजरात में रोजगार के लिए बड़ी संख्या में रहते हैं.
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गैर-गुजरातियों पर हमला करने का आरोप 'ठाकोर सेना' पर है. बीजेपी नेताओं का दावा है कि कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने स्थानीय लोगों को हमले के लिए उकसाया. सोशल मीडिया खासकर व्हाट्सएप, फेसबुक का सहारा लेकर गैर-गुजरातियों के खिलाफ स्थानीय लोगों को भड़काया गया. इसका असर गांधीनगर, अहमदाबाद, साबरकांठा, पाटन और मेहसाणा में देखने को मिला.
गुजरात छोड़कर मध्य प्रदेश लौट रहे एक शख्स ने दावा किया, ''हमलोगों पर ठाकोर सेना के सदस्यों गांधीनगर के कलोल बाजार में हमला किया. इसलिए हम अपने घर जा रहे हैं. हमलोग असुरक्षित महसूस कर रहे थे.''
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केंद्र ने मांगी रिपोर्ट पुलिस ने गैर-गुजरातियों पर हो रहे हमलों को लेकर सख्ती बरती है. अब तक 42 एफआईआर दर्ज की गई है और कम से कम विभिन्न जिलों के 300 लोगों को गिरफ्तार किया है. हमलों की घटनाओं को लेकर प्रदेश की विजय रुपानी सरकार से गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी है. सराकार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जो भी घटना की सूचना उसे मिल रही है उसमें तुरंत कार्रवाई की जा रही है, और इन्हे बेहद गंभीरतापूर्वक लिया जा रहा है.
पाटीदार नेता ने कही ये बात हिंदी भाषी लोगों पर हमले को लेकर पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि हम गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की निंदा करते हैं. अपराधी को कठोर सजा मिले, इसके लिए पूरा देश उस पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है. लेकिन एक अपराधी के कारण हम पूरे प्रदेश को ग़लत नहीं ठहरा सकते, आज गुजरात में 48 IAS और 32 IPS उत्तर प्रदेश और बिहार से हैं. हम सब एक हैं. जय हिंद.
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