Gujarat Election 2022: 'गुजरात में सरकार बनते ही बहाल करेंगे पुरानी पेंशन योजना'- बोले राघव चड्ढा, BJP पर यूं किया वार
AAP On Old Pension Scheme: गुजरात विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले आम आदमी पार्टी ने एक दांव खेला है और राज्य में सरकार बनने पर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने का वादा किया है.

Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां वोटरों को लुभाने में लगी हैं. इसी क्रम में शुक्रवार, 25 नवंबर 2022 को आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी पर हमला किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो उनकी पार्टी राज्य में पुरानी पेंशन योजना को लागू करेगी.
आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद और गुजरात के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, गुजरात में सभी सरकारी कर्मचारियों की एक बहुत बड़ी मांग रही है कि ‘पुरानी पेंशन योजना’ को गुजरात में बहाल किया जाए. इस मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने एक बहुत बड़ा आंदोलन गुजरात की सड़कों पर लड़ा है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल ने यह वादा किया है कि जब गुजरात में 8 दिसंबर 2022 को आम आदमी पार्टी की झाड़ू वाली सरकार बनेगी, तब गुजरात में आम आदमी पार्टी तमाम सरकारी कर्मचारियों के लिए ‘पुरानी पेंशन योजना’ को फिर से गुजरात में लागू करेंगे.
‘पंजाब में भी लागू की स्कीम’
उन्होंने कहा कि पंजाब में भी हमने चुनाव के दौरान यह वादा किया था कि हम ‘पुरानी पेंशन योजना’ लागू करेंगे और हमने पंजाब में वह करके भी दिखाया है. पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बने सिर्फ 7 महीने ही हुए हैं फिर भी हमने वहां सारे सरकारी कर्मचारियों के लिए ‘पुरानी पेंशन योजना’ लागू कर दी है. उन्होंने आगे कहा कि यानी कि हमने जो वादा किया, वह हमने पूरा किया और इसी वजह से हम गुजरात में आकर डंके की चोट पर यह कहते हैं कि जब गुजरात में 8 दिसंबर को आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो आम आदमी पार्टी गुजरात में भी तमाम कर्मचारियों के लिए ‘पुरानी पेंशन योजना’ को बहाल करेगी.
बीजेपी पर किया हमला
उन्होंने कहा कि ‘नई पेंशन योजना’ सरकारी कर्मचारियों के लिए घाटे का सौदा है. ‘नई पेंशन योजना’ को लागू करने वाली बीजेपी ही थी. जब साल 2002-2003 में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी, तब उन्होंने ‘नई पेंशन योजना’ सरकारी कर्मचारियों पर थोपी थी. कर्मचारियों ने तब भी विरोध किया था और अब भी विरोध कर रहे हैं लेकिन पूरे भारत देश में आम आदमी पार्टी ही एक ऐसी सरकार है जिसने कर्मचारियों की बात सुनी और पंजाब में ‘पुरानी पेंशन योजना’ को बहाल किया.
कांग्रेस को भी लिया आड़े हाथों
उन्होंने कहा कि चुनाव का माहौल है तो यह वादा दूसरी पार्टियां भी कर रही हैं लेकिन मैं गुजरात के मतदाताओं को सावधान करना चाहता हूं कि, दूसरी जितने भी पार्टी आपसे यह वादा कर रही है कि वह ‘पुरानी पेंशन योजना’ लागू करेगी, आप जाकर उनसे पूछे कि दूसरे और भी राज्य में उनकी सरकार है. क्या उन्होंने यह योजना वहां लागू की है? आप कांग्रेस से पूछे कि यदि आप सरकारी कर्मचारियों के इतने ही हितेच्छु हैं तो क्या आपने आपके बाकी राज्यों में ‘पुरानी पेंशन योजना’ को लागू किया?
मनोज तिवारी को लेकर राघव चड्ढा
राघव चड्ढा ने कहा कि बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने अपने बयान के माध्यम से अरविंद केजरीवाल को जान से मारने की धमकी दी, अरविंद केजरीवाल की आंखें निकाल देने की और उनके पांव तोड़ देने की बातें कीं. लोगों की भावना भड़काने का प्रयास किया गया है और हिंसा के लिए लोगों को ओपन कॉल दिया गया है. उन्होंने कहा कि आज अरविंद केजरीवाल से बीजेपी डर गई है, इस वजह से अरविंद केजरीवाल को मारने की बातें कर रही है. इन बातों से बीजेपी की संस्कृति और उनके नेताओं की मानसिकता लोगों के सामने आ गई है. ऐसे नेताओं को अस्पताल में अपना इलाज कराना चाहिए क्योंकि, यह नेता अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं.
अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा बढ़ाने की मांग
इसके साथ ही राघव चड्ढा ने कहा कि मैं दिल्ली पुलिस और केंद्रीय गृह मंत्रालय से यह अपील करना चाहता हूं कि बीजेपी सांसद जिस तरह से अरविंद केजरीवाल को मारने की, पीटने की धमकी दे रहे हैं और भीड़ को उकसाने की प्रयास कर रहे हैं और लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए मुख्यमंत्री की हत्या तक की बात कर रहे हैं, इन बयानों का संज्ञान लेते हुए अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को बढ़ाया जाए और अगर उनकी सुरक्षा में कोई चूक होती है तो यह माना जाए कि उनके जिम्मेदार मनोज तिवारी और बीजेपी है.
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Source: IOCL





















