कोरोना वायरस पर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की 18वीं बैठक, भारत में किए गए सर्विलांस पर विस्तृत रिपोर्ट पेश की गई
ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स को जानकारी दी गई है कि देश में आठ राज्यों में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा हैं जो भारत के कुल मामलों का 90 फीसदी है.
नई दिल्ली: आज स्वास्थ्य मंत्रालय में कोरोना पर बनी ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की 18वीं बार बैठक हुई. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, विदेश मामलों के मंत्री एस जयशंकर, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी, केमिकल फर्टिलाइजर मंत्री मनसुख मांडविया, नीति आयोग के सदस्य डॉ विनोद पॉल बैठक में शामिल हुए. इस बैठक में इन मंत्रालयों के सचिव और अधिकारी भी शामिल हुए.
भारत में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति के बारे में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर को जानकारी दी गई थी. पांच सबसे अधिक प्रभावित देशों के बीच वैश्विक तुलना ने स्पष्ट रूप से दर्शाया है कि भारत में प्रति दस लाख आबादी पर 538 मामले है जबकि 15 मौत प्रति दस लाख आबादी में हो रही है जो की सबसे कम मामलों में से एक है.
वहीं देश में आठ राज्यों में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा हैं जो भारत के कुल मामलों का 90 फीसदी है. ये राज्य है महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात. वहीं 49 जिलों में 80 फीसदी सक्रिय कासोलेड हैं.
इसके अलावा, छह राज्यों- महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कुल मौतों का 86% हुई है. वहीं देश के 32 जिलों में 80 फीसदी मौत हुई है.
देश में कोविड-19 हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर मंत्री समूह को जानकारी दी गई कि आज देश में 3 लाख 77 हजार 737 आइसोलेशन बेड, 39 हजार 820 आईसीयू बेड, 1 लाख 42 हजार 415 ऑक्सीजन समर्थित बेड और 20047 वेंटिलेटर के साथ बेड हैं. हेल्थकेयर लॉजिस्टिक्स रूप से 213.55 लाख N95 मास्क, 120.94 लाख पीपीई किट और 612.57 लाख एचसीक्यू टैबलेट वितरित किए गए हैं.
वहीं जिन राज्यों में ज्यादा केस है और जिन जिलों में केस ज्यादा आ रहे है वहां सेंट्रल टीम भेजी गई है और राज्यों के मदद के लिए भी टीम भेजी गई ताकि केस कम करने की कोशिश में मदद की जा सके. एनसीडीसी के निदेशक डॉ सुजीत के सिंह ने महामारी के दौरान भारत में किए गए सर्विलांस पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की. साथ ही इस दौरान जानकारी दी गई सीरियस एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस और इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस मामलों, सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण और लैब नेटवर्क में बढ़ोतरी के माध्यम से सख्त रोकथाम रणनीति और सर्विलांस पर ध्यान केंद्रित किया गया था.
यह भी पढ़ें:
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets