Hartalika Teej 2025 Live: हरतालिका तीज व्रत पर गौरी-शंकर की शाम के वक्त करें पूजा! जानें पूजा विधि, मंत्र और रात्रि जागरण के बारे में
Hartalika Teej 2025 Puja Muhurat Live: हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया यानी मंगलवार 26 अगस्त 2025 को रखा जाएगा. जानें इस दिन का पूजा मुहूर्त, विधि, मंत्र, कथा और महत्व.
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पंचांग के अनुसार हर साल हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. लेकिन ग्रेगोरियन यानी अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार तिथि में हर साल बदलाव होता हैं. आमतौर पर हरतालिका तीज का पर्व अगस्त या सितंबर के महीने में मनाया जाता है. इस साल हरतालिका तीज मंगलवार 26 अगस्त 2025 को पड़ रही है.
हरतालिका तीज पूजा का मुहूर्त (Hartalika Teej 2025 Puja Time)
हरतालिका तीज पर इस साल पूजा के लिए ब्रह्म मुहूर्त और प्रदोष काल मुहूर्त से लेकर कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं, जिसमें व्रती महिलाएं पूजा कर सकेंगी. बता दें कि हरतालिका तीज में रात्रि के चार प्रहर पूजा करने का महत्व है.
- ब्रह्म मुहूर्त में पूजा का समय- सुबह 05 बजकर 56 मिनट से 08 बजकर 31 मिनट तक
- प्रदोष काल पूजा मुहूर्त- शाम 06 बजकर 49 मिनट से 07 बजकर 11 मिनट तक
- अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट
- विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 31 मिनट से 03 बजकर 23 मिनट तक
- सायांकाल मुहूर्त- 06 बजकर 49 मिनट से 07 बजकर 56 मिनट तक
- अमृत काल मुहूर्त- रात 11 बजकर 30 मिनट से 01 बजकर 15 मिनट (27 अगस्त)
- निशिता काल मुहूर्त- रात 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट (27 अगस्त)
- राहुकाल का समय- दोपहर 03:36 से शाम 05:13 तक (इस समय हरतालिका तीज की पूजा न करें)
हरतालिका तीज पर बनने वाले शुभ योग (Hartalika Teej 2025 Shubh Yog)
26 अगस्त 2025 को हरतालिका तीज पर कई शुभ योग बन रहे हैं. मंगलवार को गुरु और चंद्रमा एक दूसरे से केंद्र भाव में रहकर गजकेसरी योग बना रहे हैं. इस दिन रवि योग, साध्य योग और शुभ योग का संयोग बन रहा है.
- रवि योग- पूरे दिन
- साध्य योग- सूर्योदय से लेकर दोपहर 12:09 तक
- शुभ योग- दोपहर 12:09 से लेकर 27 अगस्त की दोपहर तक
हरतालिका तीज पूजा विधि (Hartalika Teej 2025 Puja Vidhi)
- व्रती महिला सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहन लें. इस दिन महिलाओ को नई साड़ी पहननी चाहिए.
- इसके बाद श्रृंगार कर अच्छे से तैयार हो जाएं और फिर पूजा की तैयारी करें.
- पूजा स्थल पर बालू या मिट्टी से भगवान शिव-पार्वती की प्रतिमा बनाएं. प्रतिमा न बना पाएं तो मूर्ति या तस्वीर मे भी पूजा कर सकते है.
- इसके बाद कलश स्थापना कर पूजा शुरू करें. सबसे पहले शिव-पार्वती का अभिषेक करें.
- भगवान को बेलपत्र, फूल, अक्षत, चंदन आदि अर्पित करें. माता पार्वती को भी फूल, फल, प्रसाद आदि अर्पित कर सुहाग का सामान चढ़ाएं.
- इसके बाद धूप-दीप जलाएं और हरतालिका तीज की व्रत कथा सुनें या पढ़ें.
- पूजा के बाद भी निर्जला व्रत रखें और रात्रि में जागरण कर भजन-कीर्तन करें.
- अगले दिन सुबह उठकर स्नानादि के बाद पूजा करें और दान-दक्षणि देनें के बाद ही व्रत का पारण करें.
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Hartalika Teej Vrat 2025 Mantra: हरतालिका तीज व्रत की रात करें इन विशेष मंत्रों का जाप!
हरतालिका तीज की रात व्रती महिलाएं मंत्र-जप का विशेष महत्व होता है। यह व्रत केवल निर्जला उपवास ही नहीं, किंतु रातभर की भक्ति और साधना से भी सिद्ध होता है।
- भगवान शिव के लिए - ॐ नमः शिवाय
- माता पार्वती के लिए - ॐ पार्वत्यै नमः
- संयुक्त मंत्र (शिव-पार्वती दोनों के लिए) ॐ उमामहेश्वराभ्यां नमः
- व्रत की सिद्धि हेतु विशेष मंत्र- सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोऽस्तु ते॥"
Hartalika Teej Vrat 2025: हरतालिका तीज की रात क्या करना चाहिए?
- हरतालिका तीज की रात व्रती महिलाओं को जागरण और भजन कीर्तन करना चाहिए.
- रात के समय हरतालिका तीज व्रत कथा और शिव-पार्वती विवाह प्रसंग से जुड़े भजन को सुनें.
- हरतालिका तीज की पूरी रात अखंड दीपक जलाना चाहिए. ऐसा करने अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
- पूरी रात ॐ नमः शिवाय" या "ॐ पार्वत्यै नमः मंत्र का नामजाप करना चाहिए.
- इस पूरी रात महिलाएं निर्जला रहकर पूजा, जप-तप और भजन-कीर्तन करती हैं.
- हरतालिका की रात महिलाओं को माता पार्वती के समझ श्रृंगार का सामान चढ़ाना चाहिए.
- अगली सुबह सूर्योदय के बाद स्नान कर पूजा करने के बाद ही व्रत का पारण करें.
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