मोती रत्न का संबंध चंद्र ग्रह से है। चंद्र ग्रह को भावना, कोमलता और मानसिक संतुलन का प्रतीक माना जाता है।
Gemstone: मोती को क्यों माना जाता है गुस्से को शांत करने वाला चमत्कारी रत्न! जानें ज्योतिषीय कारण
Gemstone: आज-कल की भाग दौड़ की दुनिया में लोग अपना आपा जल्दी खो देते हैं, जिस वजह से उन्हें गुस्सा आता है. ऐसे में सही रत्न, सही दिन और सही वजन चुन कर पहनने से गुस्से और तनाव को कम करा जा सकता है.

Moti Ratna: कई लोग ऐसे होते हैं जिनको हर छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आता है, जिससे वे अपने ऊपर काबू नहीं रख पाते. मगर उन्हें बाद में इस बात का पछतावा जरूर होता है. ऐसे में मानसिक शांति बेहद महत्वपूर्ण है. जिससे वे सही फैसले ले सकें.
ज्योतिष में कुछ रत्न ऐसे बताए गए, जो हमारे मन को शांत रखने में मदद करता है, उसमें से एक रत्न है मोती है, जिसका संबंध चंद्र ग्रह से जोड़ा गया है.
चंद्र ग्रह से जुड़ा है मोती रत्न
अगर किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा मजबूत है तो वे शांत, संतुलित और सहज रहता है. क्योंकि ज्योतिष के अनुसार चंद्र ग्रह को भावना, कोमलता और मानसिक संतुलन का प्रतीक माना गया है. वहीं अगर किसी की कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो तो गुस्सा, तनाव और असंतुलित करता है.
जिससे चिंता, तनाव और परेशानियां बढ़ती है. वहीं अगर मोती को ग्रहण करा जाए तो यह भावनाओं में स्थिरता लाएगा.
क्या है इससे पहने के लाभ?
मोती पहनने के कई फायदे हैं. यह हमारे गुस्से को कम करता है, जिसका प्रभाव हमारे मन पर पड़ता है और हम धीर-धीरे कोमल और शांत हो जाते हैं. वहीं मन में भी सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और नकारात्मक विचार कम होते हैं.
इससे हमारी नींद की शक्ति भी अच्छी होती है और कोई भी निर्णय लेने में आसानी होती है. अगर कोई व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर टूट जाते हैं या भड़क जाते हैं, उनके लिए भी यह रत्न काफी असरदार साबित माना गया है.
किस वक्त धारण करें मोती
ज्योतिष शास्त्र में सोमवार का दिन चंद्रदेव और मोती रत्न के लिए बेहद शुभ माना गया है. मगर मोती धारण करने से पहले इसकी शुद्धि करना आवश्यक होता है. आमतौर पर इसे गंगाजल, दूध और शहद के मिश्रण में कुछ समय तक रखकर शुद्ध किया जाता है. इसके बाद विधि-विधान से पूजा करके इसे पहनना चाहिए.
किस धातु में पहनना चाहिए मोती?
मोती को चांदी में जड़वाना सबसे उत्तम माना गया है, क्योंकि चांदी मन को शांत करती है और चंद्र ग्रह की ऊर्जा को और भी मजबूत बनाती है. चांदी में जड़ा मोती पहनने पर इसका सकारात्मक प्रभाव जल्दी महसूस होता है.
किस राशि के लोग कौन सी उंगली में पहने मोती रत्न
ज्योतिष के अनुसार कर्क, मीन, वृश्चिक और मेष राशि वाले जातकों को मोती छोटी उंगली में धारण करना शुभ माना गया है. खासकर उन लोगों के लिए यह रत्न काफी लाभकारी होता है जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो या जिन्हें अक्सर मानसिक तनाव और चिड़चिड़ापन महसूस होता हो.
ध्यान रखें, हर रत्न की ऊर्जा बहुत प्रभावशाली होती है, इसलिए मोती पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से अपनी कुंडली अवश्य दिखा लेनी चाहिए.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
Frequently Asked Questions
मोती रत्न किस ग्रह से संबंधित है?
मोती पहनने के क्या लाभ हैं?
मोती पहनने से गुस्सा कम होता है, मन शांत रहता है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। इससे नींद की शक्ति भी अच्छी होती है और निर्णय लेने में आसानी होती है।
मोती रत्न किस धातु में धारण करना चाहिए?
मोती को चांदी में जड़वाना सबसे उत्तम माना गया है। चांदी मन को शांत करती है और चंद्र ग्रह की ऊर्जा को मजबूत बनाती है।
किन राशि के लोगों को मोती पहनना शुभ होता है?
कर्क, मीन, वृश्चिक और मेष राशि वाले जातकों को मोती छोटी उंगली में धारण करना शुभ माना गया है। यह कमजोर चंद्रमा या मानसिक तनाव वाले लोगों के लिए लाभकारी है।
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