क्या वाकई जादू की झप्पी से ठीक हो सकते हैं मरीज? जानें क्या होता है इसका असर
जादू की झप्पी कोई इलाज नहीं, लेकिन कई बार ये दवा से ज्यादा असरदार साबित हो सकती है. अक्सर इस बात का जिक्र किया जाता है कि गले लगाने से कई तरह की समस्याएं दूर हो सकती हैं.

Hug Therapy Benefits: 'जादू की झप्पी'...आपने 'मुन्ना भाई MBBS' फिल्म में संजय दत्त को बार-बार इसके बारें में कहते हुए जरूर सुना होगा. वो हर बात पर, हर दुख पर इसका जिक्र करते हैं. हॉस्पिटल से लेकर घर तक कहते हैं कि एक जादू की झप्पी किसी भी मरीज को ठीक कर सकती है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि किसी को गले (Hug) लगाना क्या वाकई में इलाज का काम कर सकता है. क्या सचमुच इसका कोई फायदा मिलता है. साइंस कहती है हां..गले लगाने से इंसान की बॉडी और दिमाग दोनों पर पॉजिटिव असर पड़ता है. इसके एक नहीं कई जबरदस्त फायदे हो सकते हैं.
Hug Therapy क्या होती है
Hug Therapy यानी किसी को सच्चे दिल से गले लगाना, ताकि सामने वाले को इमोशनली हेल्प मिल सके. यह थेरैपी खासतौर पर तनाव, अकेलेपन और मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद असरदार मानी जाती है. इससे काफी रिलैक्स महसूस होता है.
यह भी पढ़ें :दूध पीते ही सो क्यों जाते हैं छोटे बच्चे? मेडिकल साइंस से जानिए वजह
गले लगाने से क्या-क्या फायदे
1. ऑक्सिटोसिन हार्मोन बढ़ता है
साइंस कहता है कि गले लगाने से बॉडी में लव हॉर्मोन (Love Hormone) यानी ऑक्सीटोसिन (Oxytocin) रिलीज होता है, जिससे व्यक्ति को सुकून मिलता है और चिंता काफी हद तक कम होती है.
2. ब्लड प्रेशर होता है कंट्रोल
रिसर्च में पाया गया है कि रोजाना गले लगाने से ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन (Blood Pressure and Heart Rate) बैलेंस रहती है और हार्ट से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम हो सकता है.
3. तनाव और डिप्रेशन में राहत
गले मिलने से शरीर में टेंशन हार्मोन कोर्टिसोल (Cortisol) घटता है, जिससे डिप्रेशन और बेचैनी में कमी आती है. यह मेंटल हेल्थ के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है.
4. बच्चों में सिक्योरिटी फीलिंग
मां-बाप की झप्पी बच्चों में कॉन्फिडेंस, प्यार और सुरक्षा की भावना को बढ़ाती है. इससे बच्चों को पता चलता है कि उनके साथ कोई खड़ा है और उनकी ग्रोथ बेहतर तरीके से होती है. उन्हें अंदर से कॉन्फिडेंस आता है.
क्या बीमार लोग झप्पी से ठीक हो सकते हैं
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गले लगना यानी Hug Therapy इलाज का विकल्प नहीं, लेकिन इलाज का पूरक (Supplement) जरूर है. बीमार व्यक्ति को गले लगाना, उसकी मेंटल हेल्थ बेहतर करता है, आशा और पॉजिटिव सोच बढ़ाता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करता है. कुछ डॉक्टर इसे सपोर्टिव थेरैपी मानते हैं, खासकर उन मरीजों के लिए जो लंबे समय से तनाव या अकेलेपन में जी रहे होते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें : पूरी तरह शुगर छोड़ने के फायदे तो जान गए होंगे, अब जान लीजिए क्या है इसके नुकसान
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL
























