World Hello Day: दुनिया में सबसे पहले किसने किसे कहा था हेलो? 99 पर्सेंट लोग नहीं जानते इसका जवाब
वर्ल्ड हेलो डे का मकसद दुनिया में शांति और संवाद को बढ़ावा देना है. यह दिन याद दिलाता है कि बातचीत की शुरुआत तो सिर्फ एक हेलो से होती है और यही छोटी से शुरुआत बड़ी लड़ाई को भी खत्म कर सकती है.

आज यानी 21 नवंबर को पूरी दुनिया में वर्ल्ड हेलो डे मनाया जा रहा है. हेलो एक ऐसा शब्द है जिसे हम दिन में कई बार बोलते हैं. बातचीत की शुरुआत हो, किसी को फोन करना हो या किसी का फोन उठाना हो पहला शब्द ज्यादातर हेलो ही होता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह शब्द हमारी रोजमर्रा की भाषा में कैसे आया और सबसे पहले हेलो किसने कहा था. अगर नहीं जानते तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि दुनिया में सबसे पहले किसने हेलो कहा था.
कैसे हुई वर्ल्ड हेलो डे की शुरुआत?
वर्ल्ड हेलो डे की शुरुआत 1973 में हुई थी. उस समय मिश्र और इजरायल के बीच युद्ध के हालात थे और दोनों देशों के बीच लड़ाई में कई लोगों की जान जा चुकी थी. ऐसे तनावपूर्ण माहौल में शांति और बातचीत का मैसेज देने के लिए एरीजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के पीएचडी स्टूडेंट ब्रायन मैक्कॉर्मैक और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट स्टूडेंट माइकल मैक्कॉर्मैक आगे आए. दोनों ने दुनिया भर के नेताओं और सरकारों को सात भाषाओं में 1360 लेटर भेजकर मैसेज दिया कि लड़ाई को बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए न की हिंसा से. यही से हेलो शब्द शांति की पहली अभिव्यक्ति का प्रतीक बन गया और वर्ल्ड हेलो डे की शुरुआत हुई. वहीं आज यह दिन 180 से ज्यादा देशों में मनाया जाता है और 31 नोबेल शांति पुरस्कार विजेता भी इसका समर्थन कर चुके हैं.
सबसे पहले फोन पर किसने कहा था हेलो?
फोन उठाते ही हम जो पहला शब्द हेलो बोलते हैं और उसके पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है. कई जगह यह दावा किया जाता है कि टेलीफोन के आविष्कारक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने अपना पहला कॉल अपनी प्रेमिका मारग्रेट हेलो को लगाया था और पहला शब्द हेलो कहा था. हालांकि यह सिर्फ एक कहानी है जिसे ऐतिहासिक रूप से सही नहीं माना जाता है. वहीं हेलो शब्द पुराने जर्मन Hala से आया था जिसका अर्थ होता है कैसे हो. बाद में यह शब्द अंग्रेजी में अभिवादन बन गया और कॉल पर इसका इस्तेमाल होना शुरू हो गया.
क्यों मनाया जाता है यह खास दिन?
वर्ल्ड हेलो डे का मकसद दुनिया में शांति और संवाद को बढ़ावा देना है. यह दिन याद दिलाता है कि बातचीत की शुरुआत तो सिर्फ एक हेलो से होती है और यही छोटी से शुरुआत बड़ी लड़ाई को भी खत्म कर सकती है. जब कोई हेलो कहता है तो यह दुश्मनी कम करने और दोस्ती की नई शुरुआत का संकेत माना जाता है.
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