अमेरिका ने स्पेन में गिरा दिए थे चार परमाणु बम, ऐसे बची थी करोड़ों लोगों की जान
America Dropped Nuclear Bombs On Spain: अमेरिका की एक गलती की वजह से साल 1966 में पूरा स्पेन तबाह हो सकता था. अमेरिका ने स्पेन पर चार परमाणु बम गिरा दिए थे.

परमाणु बम का जिक्र होते ही हिरोशिमा और नागासाकी याद आने लगते हैं. दोनों पर अमेरिका ने परमाणु हमला कर दिया था, जिससे पूरा शहर तबाह हो गया था. तबाही के इस मंजर को देखते हुए अच्छा ही है दोबारा इस तरह का हमला नहीं हुआ और न ही भविष्य में कभी हो. लेकिन जब कोल्ड वॉर चल रही थी, उस वक्त ऐसा नजारा दोबारा देखने को मिल सकता था, लेकिन अच्छा हुआ कि कोई भारी अनहोनी नहीं हुई. दरअसल 1966 में अमेरिका ने स्पेन पर गलती से जहाज के जरिए चार परमाणु बम गिरा दिए थे. लेकिन गनीमत रही कि कोई परमाणु धमाका नहीं हुआ. चलिए जाने कि क्या हुआ था.
अमेरिका ने क्यों गिराए थे बम
वह शीतयुद्ध का दौर था उस वक्त सोवियत रूस के परमाणु हमले से बचने के लिए अमेरिकी वायुसेना का जहाज परमाणु बम और हाइड्रोजन बम से लैस था. वह 24 घंटे अमेरिका से यूरोप तक चक्कर लगाकर लौटता था. इसे ऑपरेशन क्रोम डोम कहा जाता था. वह 16 जनवरी 1966 का दिन था जब अमेरिका के एयरबेस से बी-52 विमान ने उड़ान भरी. जब वह यूरोप पहुंचा तो उसे स्पेन में ही आसमान में केसी-135 स्ट्राटोटैंकर विमान के जरिए 31,000 फीट की ऊंचाई पर हवा में फ्यूल भरना था. तभी 500 मील प्रतिघंटे की रफ्तार से दोनों विमान एक दूसरे के करीब आ गए. टैंकर के जरिए निकली हुई नली को तेल भरने के लिए उस प्लेन से जुड़ना था. लेकिन तालमेल सही नहीं बैठा और अनहोनी हो गई.
कहां कहां गिरे थे बम
दोनों विमान टकरा गए और स्पेन में ही आसमान में तेज धमाका हुआ और दोनों विमानों में आग लग गई. जलते हुए बी-52 प्लेन के साथ चारों बम स्पेन में तेजी से गिरे. गनीमत रही कि चारों बम फटे नहीं, नहीं तो वो सकता था जिसकी कभी किसी ने कोई कल्पना भी नहीं की थी. इन बमों के जरिए तबाही हिरोशिमा और नागासाकी के भी कई गुना ज्यादा हो सकती थी, लेकिन शुक्र रहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ. जब वे चारों बम जमीन पर गिरे तो एक सूखी नदी के तट पर गिरा, दूसरा भूमध्य सागर में, तीसरा जमीन में धंस गया और चौथा जब जमीन से टकराया तो जबरदस्त धमाका हुआ. लेकिन वह एटमी धमाका नहीं था, जिससे स्पेन स्वाहा होने से बच गया.
जांच में क्या पता चला
चौथे बम के जरिए हुए धमाके से पूरा शहर तीन किलोग्राम प्लूटोनियम-239 से प्रदूषित हो गया था. इसके जरिए रेडियोएक्टिव विकिरण फैल गया था, जिसका असर 500 एकड़ के इलाके में महसूस किया गया था. इस हादसे की जब जांच की गई तो पता चला कि अमेरिका का बमवर्षा करने वाला विमान पलटवार के मिशन पर था लेकिन पायलट ने बम का इलेक्ट्रिक सर्किट ऑन नहीं किया था, इस वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया.
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Source: IOCL






















