एक पीले रुमाल से कर दी 900 से ज्यादा लोगों की हत्या, ये था भारत का सबसे बड़ा सीरियल किलर
दुनियाभर में कई ऐसे किलर हुए हैं, जिनकी कहानी आज भी सुनकर लोग सहम जाते हैं. लेकिन आज हम आपको भारत के एक ऐसे सीरियल किलर के बारे में बताएंगे, जिसने रुमाल से लोगों को 900 लोगों को मार डाला था.
दुनियाभर में कई ऐसे सीरियल किलर हुए हैं, जिनके नाम से और कांड से पूरी दुनिया डरती थी. लेकिन आज हम आपको भारत के एक ऐसे सीरियल किलर के बारे में बताएंगे, जिससे आम लोगों के साथ अंग्रेज भी डरते थे. भारत के इस सीरियल किलर की कहानियां अभी भारत में लोग सुनाते हैं. आज हम आपको भारत के उस सीरियल किलर के बारे में बताएंगे, जिसने एक रुमाल से 900 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी थी. जानिए इस सीरियल किलर ने लोगों की हत्याएं कैसे की थी.
सीरियल किलर
बता दें कि दुनियाभर के इतिहास में देखा गया है कि ऐसे कई सीरियल किलर हुए हैं, जिनकी हैवानियत को सुनकर आज भी लोग सिहर उठते हैं. भारत में भी 18वीं और 19वीं सदी में एक ऐसा ही सीरियल किलर था, जिसके बारे में कहा जाता है कि उसने सीरियल किलिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. भारत के इस सबसे खतरनाक सीरियल किलर का नाम ठग बेहराम था, जिसे ‘King of Thugs’ भी कहा जाता है.
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किंग ऑफ ठग
किंग ऑफ ठग यानी बेहराम के बारे में कहा जाता है कि वह सन 1790 से 1840 के बीच बड़ा कुख्यात था, जिससे ईस्ट इंडिया कंपनी के अंग्रेज भी घबराया करते थे. क्योंकि वह लूट के लिए लोगों पर हमला करता था और फिर बेहद अनोखे तरीके से अपने शिकार का गला घोंटकर उनकी हत्या कर देता था. उसके गिरोह के लोग व्यापारियों और सैलानियों के बीच भेष बदलकर उनके साथ लग जाते थे और मौका मिलते ही लोगों की हत्या करके उनका सारा सामान लूट लिया करते थे.
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एक रुमाल से 900 से अधिक हत्या
ईस्ट इंडिया कंपनी के एक अफसर जेम्स पैटोन ने लिखा है कि बेहराम ने अपनी पूरी जिंदगी में 931 लोगों की हत्या की थी. उसने इन हत्याओं का जुर्म भी कुबूल कर लिया था. जेम्स पैटोन के मुताबिक बेहराम अपने साथ एक पीला रुमाल रखा करता था और उसी रुमाल से गला घोंटकर उसने 900 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. उसके इस वहशियाना जुर्म के लिए उसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है.
किलर का खौफ
उस वक्त दिल्ली से लेकर ग्वालियर, झांसी और जबलपुर तक व्यापारियों, सैलानियों, सैनिकों और तीर्थयात्रियों ने उन रास्तों पर चलना बंद कर दिया था. बेहराम के हमले की आशंका से लोग निकलने से डरते हैं. हैरानी की बात ये थी कि पुलिस को मरने वालों की लाशें तक नहीं मिल पाती थी.
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