बैसरन घाटी से कितनी दूर है बेताब घाटी, जहां आतंकियों ने छिपाए थे AK-47 जैसे खतरनाक हथियार
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अब जांच एजेंसियां पाकिस्तान के खिलाफ सबूत तलाशने में जुटी हैं, ऐसे में रोजाना कई चीजें सामने आ रही हैं.

Pahalgam Terror Attack: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अब पाकिस्तान के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग हो रही है. ऐसे में भारत की तरफ से भी तैयारियां तेज है, राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए लगातार पाकिस्तान के खिलाफ सबूत जुटा रही है. वहीं ये भी पता लगाया जा रहा है कि आतंकी कैसे और कहां छिपे थे. इसी बीच बताया गया है कि आतंकियों ने अपने हथियार बैसरन घाटी में नहीं बल्कि बेताब घाटी में छिपाए थे. ऐसे में चलिए जानते हैं कि बैसरन घाटी से बेताब वैली की दूरी कितनी है.
पहलगाम में ही है बेताब घाटी
पहलगाम घूमने वाले लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि बेताब घाटी कहां पड़ती है. पहलगाम पहुंचते ही टूरिट्स्ट को पांच जगहों के नाम बताए जाते हैं, जो घूमने के लिए परफेक्ट हैं. इनमें बैसरन घाटी और बेताब घाटी का नाम भी शामिल होता है. हालांकि बेताब घाटी से ज्यादा भीड़ बैसरन घाटी में देखी जाती है.
कितनी है दूरी?
पहलगाम की बैसरन घाटी और बेताब घाटी के बीच की दूरी की बात करें तो ये लगभग 40 किमी है. बेताब घाटी को हजन घाटी के नाम से भी जाना जाता है. ये घाटी पहलगाम से करीब 15 किमी की दूरी पर स्थित है. इसी घाटी में आतंकियों ने अपने खतरनाक हथियार छिपाए थे, जिनसे उन्होंने बाद में बैसरन घाटी में कत्लेआम मचा दिया. इन आतंकियों की संख्या करीब चार बताई जा रही है, जिनमें से दो आतंकी सीमा पार कर आए थे. इन आतंकियों का कनेक्शन अब आईएसआई और पाकिस्तानी सेना से भी जुड़ रहा है.
कहां से आए हथियार?
अब सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जानकारी भी जुटा रही हैं कि इन आतंकियों को हथियार किसने मुहैया करवाए थे. साथ ही उन हैंडलर्स की भी जांच हो रही है, जिन्होंने कश्मीर में इनकी मदद की थी. फिलहाल कई लोग एनआईए की हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है. फिलहाल माना जा रहा है कि सीमा पार से ही आतंकी ये हथियार अपने साथ लेकर आए थे.
बता दें कि पहलगाम हमले में 26 निर्दोष लोगों को आतंकियों ने गोली मार दी, जिसके बाद वहां करीब आधे घंटे तक चीख पुकार मची रही. आतंकियों ने पुरुषों को ही अपना निशाना बनाया और इस हमले को अंजाम देने के बाद जंगल की तरफ भाग गए. फिलहाल इन आतंकियों को ठिकाने लगाने के लिए स्पेशल फोर्सेस का ऑपरेशन लगातार चल रहा है.
ये भी पढ़ें - भारत या फिर पाकिस्तान, एयरस्पेस बंद होने पर किसे होगा ज्यादा नुकसान?
टॉप हेडलाइंस

