दुनियाभर में भगवान को नहीं मानते इतने करोड़ लोग, जानें कितने देशों की आबादी से ज्यादा है यह आंकड़ा?
Atheists People In World: दुनिया में मुस्लिमों की बढ़ती हुई आबादी के बाद ऐसे लोगों की संख्या बढ़ी है जो भगवान पर विश्वास नहीं करते हैं. चलिए जानते हैं कि कितने देशों की आबादी से ज्यादा है यह आंकड़ा.

दुनिया में कई धर्म के लोग रहते हैं. कुछ लोग हिंदू धर्म को मानते हैं, कुछ क्रिश्चियन, कुछ मुस्लिम, कुछ यहूदी, कुछ बौध, कुछ सिख धर्म को मानते हैं. इसके अलावा भी दुनिया में तमाम धर्म हैं, जिन पर लोगों का विश्वास है और वे ईश्वर पर भरोसा रखते हैं. भारत में ज्यादातर हिंदू आबादी है, इसके बाद मुस्लिम, सिख और ईसाई रहते हैं. ये सभी अपने-अपने धर्म के अनुसार ईश्वर में विश्वास रखते हैं. लेकिन दुनिया में बड़ी आबादी ऐसी भी है जो कि भगवान को नहीं मानती है. ये वो लोग हैं जो कि किसी धर्म में विश्वास नहीं रखते. आइए आपको बताएं कि दुनिया में ऐसा करने वाले कितने लोग हैं.
कितने लोग भगवान में विश्वास नहीं करते
इस वक्त दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंच गई है. एक अनुमान की मानें तो धरती पर फिलहाल 300 से ज्यादा धर्म हैं. लेकिन प्यू रिसर्च सेंटर ने एक रिपोर्ट जारी की है. उन्होंने 2700 से ज्यादा सर्वे और और रिसर्च के बाद इस रिपोर्ट को तैयार किया है और 2010 से 2020 तक दुनिया की आबादी और लोगों के धर्म से जुड़े आंकड़ों में बदलाव पर जोर दिया है. इस रिसर्च रिपोर्ट में लिखा है कि दुनिया की करीब एक चौथाई लोग किसी भी धर्म को नहीं मानते हैं और वे ईश्वर पर भरोसा नहीं रखते हैं.
तेजी से बढ़ रही नास्तिकों की संख्या
रिपोर्ट की मानें तो किसी भी धर्म पर विश्वास न करने वालों की संख्या 27 करोड़ से बढ़कर 1.9 बिलियन यानि करीब 2 अरब हो गई है. यह धरती की आबादी का एक चौथाई हिस्सा है. ईसाई और मुस्लिम धर्म के बाद ऐसे लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है, जो कि किसी धर्म से धार्मिक जुड़ाव महसूस नहीं करते हैं. मुस्लिमों के अलावा ये एकमात्र ऐसी कैटेगरी है, जिसमें लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. किसी भी धर्म को न मानने वालों को नोनेस भी कहा जाता है. सर्वे के दौरान इन लोगों ने कहा है कि या तो उनका कोई धर्म नहीं है या फिर वे नास्तिक हैं. 2010 से 2020 तक उनकी आबादी तेजी से बढ़ी है.
किन देशों की आबादी से ज्यादा है आंकड़ा
किसी भी धर्म को न मानने वालों सी संख्या इतनी ज्यादा है कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, नाइजीरिया और ब्राजील यानि कि पांच देशों की आबादी को मिला लिया जाए तो यह आंकड़ा पूरा होगा. वहीं अगर भारत और चीन की आबादी को मिला दें तो आंकड़ा 2 अरब से ज्यादा हो सकता है. ऐसे में इन दो देशों की जनसंख्या के बराबर लोग भगवान में विश्वास नहीं करते हैं.
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Source: IOCL





















