कैसे होता है क्रिकेटर्स का अप्रेजल, किस आधार पर किया जाता है प्रमोशन?
जैसे एक आम नौकरी में प्रमोशन होता है ठीक उसी तरह क्रिकेट की दुनिया मे खिलाड़ियों का भी प्रमोशन होता है. खिलाड़ियों का प्रमोशन भी उनके पर्फॉरमेंस के आधार पर होता है आइये जानते हैं.

क्रिकेट की दुनिया में खिलाड़ियों का प्रमोशन किन आधारों पर किया जाता है. क्रिकेट में प्रमोशन का मतलब है एक खिलाड़ी का स्थानीय या घरेलू स्तर से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचना. यह प्रक्रिया कड़ी मेहनत, प्रतिभा और कई मापदंडों पर आधारित होती है. आइये जानते हैं कि खिलाड़ियों का प्रमोशन किस बेस पर होता है.
घरेलू टूर्नामेंट्स
क्रिकेटर्स का प्रमोशन उनके मैदान पर प्रदर्शन के आधार पर होता है. भारत में घरेलू टूर्नामेंट्स जैसे रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लगातार अच्छा प्रदर्शन चयनकर्ताओं का ध्यान खींचता है. एक बल्लेबाज के लिए रन बनाना, गेंदबाज के लिए विकेट लेना और ऑलराउंडर के लिए दोनों में योगदान देना महत्वपूर्ण होता है. उदाहरण के लिए अगर कोई खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करता है. खिलाड़ी अगर लगातार शतक बनाता है या एक सीजन में 50 विकेट लेता है, तो वह राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के रडार पर आ जाता है.
अंडर-19 और अंडर-23 जैसे क्रिकेट में प्रदर्शन
अंडर-19 और अंडर-23 जैसे टूर्नामेंट्स युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा मंच हैं. अंडर-19 विश्व कप जैसे आयोजनों में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी जैसे यशस्वी जायसवाल या शुभमन गिल अक्सर राष्ट्रीय टीम में जल्दी जगह बना लेते हैं. इन टूर्नामेंट्स में सफलता न केवल प्रतिभा को दर्शाती है बल्कि खिलाड़ी की दबाव में खेलने की क्षमता को भी उजागर करती है.
विशिष्ट कौशल
टेस्ट, वनडे और टी20 - में अलग-अलग कौशल की जरूरत होती है. चयनकर्ता खिलाड़ी के कौशल को प्रारूप के हिसाब से आंकते हैं.क बेहतर खिलाड़ी मिलने पर उसका प्रमोशन करते हैं और उसे आगे बढ़ने का मौका देते हैं.
फिटनेस और अनुशासन
आज के क्रिकेट में शारीरिक फिटनेस और मानसिक मजबूती बहुत जरूरी है. यो-यो टेस्ट जैसे फिटनेस टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन खिलाड़ी के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके अलावा, खिलाड़ी का मैदान के अंदर और बाहर अनुशासन जैसे कि टीम के साथ तालमेल और खेल भावना भी चयनकर्ता ध्यान में रखते हैं.
आईपीएल जैसे लीग टूर्नामेंट्स
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने कई युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच दिया है. जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या जैसे खिलाड़ी आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद राष्ट्रीय टीम में आए.
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Source: IOCL























