भारत के इन हिस्सों में जाने के लिए लेनी पड़ती है परमिशन, नहीं तो मिल सकती है इतनी सजा
भारत में कुछ ऐसे राज्य और क्षेत्र हैं, जहां घूमने और रहने के लिए इनर लाइन परमिट जरूरी होता है. अरुणाचल, नागालैंड, मिजोरम और लक्षद्वीप जाने से पहले यह अनुमति लेना अनिवार्य है.

भारत में बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि देश में कुछ ऐसी भी जगहें और क्षेत्र हैं, जहां जाने और रहने के लिए एक विशेष प्रकार की परमिशन वहां की स्थानीय अथॉरिटी या सुरक्षा बलों से लेनी पड़ती है. बिना परमिशन के आप इन जगहों में नहीं जा सकते. हम सभी जानते हैं कि अगर हमें किसी दूसरे देश की यात्रा करनी है या घूमने जाना है, तो वीजा लेना जरूरी होता है, लेकिन ऐसी ही परमिशन आपको अपने ही देश में भी लेनी पड़ती है, जिसे इनर लाइन परमिट (आईएलपी) कहा जाता है. इस परमिट की जरूरत ऐसे क्षेत्रों में एंट्री करने के लिए होती है, जो सुरक्षा के मामलों में संवेदनशील होते हैं. ज्यादातर ये वे इलाके होते हैं, जो बॉर्डर पर स्थित होते हैं. आइए जानते हैं कुछ राज्यों के बारे में.
अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश राज्य में प्रवेश करने से पहले आपको इनर लाइन परमिट (आईएलपी) की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि यह राज्य भारत के बॉर्डर पर स्थित है, जो म्यांमार, चीन (तिब्बत) और भूटान जैसे देशों के साथ अपनी सीमा साझा करता है. इसलिए सुरक्षा कारणों और वहां की संस्कृति और पहचान की रक्षा के लिए यह परमिट जरूरी है. अगर आपको अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करना है, तो इनर लाइन परमिट अनिवार्य होता है, जिसे आप ऑनलाइन माध्यम से भी प्राप्त कर सकते हैं. हालांकि, भारतीय पर्यटकों और नागरिकों के लिए अरुणाचल प्रदेश का परमिट प्राप्त करने में कोई खास दिक्कत नहीं आती है.
नागालैंड
अगर आप नागालैंड में प्रवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए भी आपको इनर लाइन परमिट (आईएलपी) लेना जरूरी है. नागालैंड में बहुत सी जनजातियां निवास करती हैं, जिनकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए बाहरी लोगों को परमिट लेना जरूरी होता है. नागालैंड राज्य देश के सबसे खूबसूरत और प्रकृति से भरपूर राज्यों में से एक है, जहां लोग घूमने और वहां की प्राकृतिक सुंदरता देखने के लिए यात्रा करते हैं. अगर आप मशहूर हॉर्नबिल फेस्टिवल देखने जा रहे हैं, तो यह परमिट पहले से ऑनलाइन बनवा लेना आपके लिए बेहतर रहेगा.
मिजोरम
भारत के मिजोरम राज्य में प्रवेश और यात्रा करने के लिए इनर लाइन परमिट (आईएलपी) लेना अनिवार्य है, क्योंकि यह राज्य सुरक्षा के मामलों में संवेदनशील माना जाता है. मिजोरम अपनी सीमा बांग्लादेश के साथ साझा करता है. अगर आपको मिजोरम में प्रवेश करना है तो यह परमिट आप दिल्ली, गुवहाटी और शिलांग जैसे क्षेत्रों से संपर्क अधिकारियों के जरिए या ऑनलाइन माध्यम से भी प्राप्त कर सकते हैं.
लक्षद्वीप
अगर भारत का कोई भी व्यक्ति लक्षद्वीप के सुंदर बीच और वहां की प्रकृति का आनंद लेना चाहता है, तो उसे इनर लाइन परमिट (आईएलपी) या पुलिस वेरिफिकेशन की जरूरत पड़ती है. कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लक्षद्वीप की यात्रा की थी और लोगों से आह्वान किया था कि वे लक्षद्वीप घूमने आएं. लक्षद्वीप समंदर के बीच स्थित छोटे-छोटे द्वीपों का समूह है, जो भारत के सबसे सुंदर आइलैंड क्षेत्रों में से एक है. यहां प्रवेश के लिए आप ऑनलाइन माध्यम से भी परमिट प्राप्त कर सकते हैं.
घुसपैठ करने वालों को कितनी सजा मिल सकती है?
अगर कोई व्यक्ति इन खास इलाकों में, जहां परमिट की जरूरत होती है, बिना स्थानीय और सरकारी अनुमति के प्रवेश या यात्रा करने की कोशिश करता है, तो उसे सख्त सजा मिल सकती है. इस अपराध के लिए दोषी व्यक्ति को पांच साल तक की जेल या पांच लाख रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है, या फिर जेल और जुर्माना दोनों की सजा भी मिल सकती है. इन जगहों पर परमिट प्राप्त करना जरूरी है, क्योंकि ये इलाके सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील माने जाते हैं और यहां कई दुर्लभ जनजातियों का निवास भी है, जिनकी सुरक्षा और उनकी संस्कृति के संरक्षण के लिए परमिट की आवश्यकता होती है.
यह भी पढ़ें: किन देशों से हथियार खरीदता है बांग्लादेश, जानें कहां लुटाता है सबसे ज्यादा पैसा?
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























