तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो ये हथियार बन जाएंगे महाप्रलय का कारण, जान लें कितनी मचेगी तबाही?
ज्यादातर बड़े देशों के पास परमाणु बम जैसा विनाशकारी हथियार है. अगर तीसरे विश्व युद्ध के दौरान इसे गिराया जाता है तो तबाही की संभावना हिरोशिमा और नागासाकी से 100 गुना ज्यादा होगी.

युद्ध चाहे कैसा भी हो, वो कभी भी किसी देश के लिए अच्छा नहीं रहा है. इससे सिर्फ और सिर्फ तबाही मची है और मौतें हुई हैं. वर्ल्ड वॉर 1 और 2 तो हो चुके हैं, लेकिन पिछले काफी समय से कहा जा रहा है कि तीसरा विश्व युद्ध हो सकता है. अगर आज के समय में तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो इसके परिणाम कितने घातक होंगे ये कभी किसी ने सोचा है?
अगर आज के वक्त में ये युद्ध छिड़ा तो इसका रिजल्ट पिछले दोनों विश्व युद्ध के मुकाबले बहुत ज्यादा होने वाला है. आधुनिक हथियार और तकनीकी शक्तियों के जरिए वैश्विक तबाही की संभावना बहुत ज्यादा है. चलिए जानते हैं कि तीसरे विश्व युद्ध में कौन से हथियार तबाही का कारण बनेंगे और इनसे कितना नुकसान होगा.
परमाणु हथियार है सबसे बड़ी चिंता
आज के वक्त में सबसे बड़ी चिंता का कारण परमाणु हथियार हैं. सिडनी के बिशप मैर मैरी इमैनुअल का कहना है कि तीसरे विश्व युद्ध के परिणाम भयंकर हो सकते हैं और इससे तबाही भी जबरदस्त मचेगी. इनका दावा है कि इस दौरान इतनी भयंकर तबाही मचेगी कि जो लोग बचेंगे वो ये सोचेंगे कि हम मर क्यों नहीं गए. उन्होंने तीसरे विश्व युद्ध में परमाणु बमों के इस्तेमाल पर भी दुनिया के लिए चेतावनी जारी की थी. परमाणु युद्ध के कारण दुनिया की लगभग एक तिहाई आबादी खत्म हो जाएगी और मानवता के लिए ये सबसे विनाशकारी वक्त होगा.
परमाणु बम की वजह से कितना हो सकता है नुकसान
दरअसल पिछले विश्व युद्धों में इस्तेमाल किए गए हथियार खतरनाक तो थे, लेकिन परमाणु बमों के जितने खतरनाक नहीं थे. आज के दौर में अगर परमाणु बम गिराया जाता है तो इसकी शक्ति हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए बमों की तुलना में 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली होगी. अगर आज परमाणु युद्ध शुरू हो जाए तो दुनिया को खत्म होने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. अगर कुछ बच गया तो परमाणु बमों के प्रभाव से वो खत्म हो सकता है.
परमाणु विस्फोट कैसे होता है?
जब परमाणु विस्फोट होता है तो इससे भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है. इस प्रक्रिया को नाभिकीय विखंडन कहते हैं. इसके विस्फोट से रेडियो एक्टिव रेज भी निकलती हैं जो कि बहुत नुकसान पहुंचाती हैं. ये रेज जिंदा सेल्स को खत्म करने की शक्ति रखती हैं. दरअसल जब परमाणु विस्फोट होता है तो इससे धूल और राख का गुबार उठता है, जो कि वायुमंडल तक पहुंच जाता है. इसकी वजह से सूर्य की रोशनी धरती तक नहीं पहुंच पाती है. तब धीरे-धीरे धरती का तापमान गिरने लगता है और सबकुछ खत्म होने लगता है.
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Source: IOCL





















