क्रिकेट मैच में मारपीट करने वाले खिलाड़ी को कितनी मिलती है सजा, जानें क्या हैं ICC के नियम?
Punishment For Fight During Cricket: क्रिकेट के मैदान पर अगर कोई खिलाड़ी झगड़ा या मारपीट करता है, तो यह ICC की आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन होता है. ऐसे मामलों में खिलाड़ी को सजा मिलती है.

रणजी ट्रॉफी 2025-26 से पहले चल रहे एक प्रैक्टिस मैच में पृथ्वी शॉ ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 181 रन की पारी खेली. लेकिन आउट होने के तुरंत बाद उनकी मुशीर खान से तीखी नोकझोंक हो गई. मामला इतना गरमाया कि अंपायरों को बीच में आकर हस्तक्षेप करना पड़ा. मैदान पर यह विवाद इतना बढ़ गया और गुस्से में पृथ्वी शॉ ने बल्ला उठाकर मुशीर की तरफ बढ़ने की कोशिश की. इस पूरे वाकये का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसके जरिए चलिए जान लेते हैं कि आखिर क्रिकेट मैच में मारपीट करने वाले खिलाड़ी को कितनी सजा मिलती है और इसके लिए ICC के क्या नियम हैं.
आचार संहिता का उल्लंघन
क्रिकेट सज्जनों का खेल माना जाता है, लेकिन कई बार मैदान पर खिलाड़ियों के बीच गुस्से और विवाद की स्थिति बन जाती है. जब कोई खिलाड़ी मैदान पर किसी दूसरे खिलाड़ी से मारपीट या शारीरिक झगड़ा करता है, तो यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के लिए आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन माना जाता है. ऐसे मामलों में खिलाड़ी को सख्त सजा दी जाती है.
मारपीट पर कितनी मिलती है सजा
ICC की आचार संहिता चार स्तरों में बंटी होती है- लेवल 1, 2, 3 और 4. इनमें से लेवल 4 का अपराध सबसे गंभीर माना जाता है, जिसमें किसी खिलाड़ी या अंपायर से मारपीट करना, धमकी देना या शारीरिक नुकसान पहुंचाने की कोशिश शामिल है. इस स्तर का अपराध साबित होने पर खिलाड़ी पर लंबा बैन लगाया जा सकता है और भारी जुर्माना भी देना पड़ता है.
जुर्माना भी लगता है
अगर कोई खिलाड़ी मैदान पर हाथापाई करता है या किसी को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, तो ICC के नियमों के तहत उस पर चार से आठ टेस्ट मैच या आठ से 12 वनडे या टी20 मैचों तक का प्रतिबंध लगाया जा सकता है. वहीं, मैच फीस का 100 फीसदी तक जुर्माना भी लगाया जाता है. गंभीर मामलों में क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ी को टीम से बाहर करने या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से कुछ समय के लिए निलंबित करने का अधिकार भी रखता है.
किस आधार पर होता है फैसला
ICC के मैच रेफरी और अंपायर रिपोर्ट के आधार पर फैसला लेते हैं. वीडियो सबूतों और बयान की जांच के बाद दोषी पाए गए खिलाड़ी को सजा सुनाई जाती है. पहले भी कई बड़े खिलाड़ियों को आक्रामक व्यवहार और मारपीट के मामलों में सजा मिल चुकी है.
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Source: IOCL
























