लेदर की पुरानी बॉल कैसे कराएं स्विंग? आपके सामने सिराज भी लगेंगे फीके
Swing From Old Leather Ball: पुरानी लेदर बॉल से स्विंग कराना एक कठिन कला है, जिसमें गेंद के एक साइड को चमकदार और दूसरे को खुरदुरा रखा जाता है. आइए जानें कि सिराज की तरह स्विंग कैसे करें.

क्रिकेट में स्विंग गेंदबाजी वह कला है जो किसी भी मैच का रुख पलट सकती है. नई बॉल से तो स्विंग मिलना आसान होता है, लेकिन असली मजा तब आता है जब गेंद पुरानी हो और फिर भी हवा में लहराए. कई गेंदबाज जैसे मोहम्मद सिराज, जेम्स एंडरसन या भुवनेश्वर कुमार अपनी स्विंग के लिए जाने जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लेदर की पुरानी बॉल से भी शानदार स्विंग निकाली जा सकती है, बस कुछ तकनीकें सही होनी चाहिए, इसके बाद तो आपके सामने मोहम्मस सिराज भी फीके लगेंगे.
स्विंग के लिए कैसी होती है बॉल?
सबसे पहले समझिए कि पुरानी गेंद की सबसे बड़ी ताकत होती है उसका एक साइड चमकदार और दूसरा साइड खुरदुरा होना. यही अंतर हवा में बॉल की दिशा बदल देता है. गेंद को स्विंग कराने के लिए एक साइड को हमेशा साफ और चमकदार बनाए रखें. इसके लिए खिलाड़ी पसीना, लार या कपड़े से लगातार उस हिस्से को रगड़ते रहते हैं ताकि वह चिकनी रहे. दूसरी साइड को बिलकुल वैसा ही छोड़ दें, यानी उस पर मिट्टी, खुरदरापन या थोड़ी सी खरोंच बनी रहनी चाहिए.
कब होती है इनस्विंग और आउटस्विंग
जब गेंद हवा में फेंकी जाती है, तो चमकदार हिस्सा हवा को काटकर आगे बढ़ता है और खुरदुरा हिस्सा रुकावट पैदा करता है. इस वजह से गेंद एक दिशा में मुड़ जाती है यही है स्विंग. अगर आप गेंद का चमकदार हिस्सा ऑफ साइड की ओर रखेंगे, तो गेंद इनस्विंग जाएगी, और अगर लेग साइड की ओर रखेंगे, तो आउटस्विंग निकल जाएगी.
पुरानी लेदर बॉल से कैसे होती है स्विंग?
पुरानी लेदर बॉल से रिवर्स स्विंग भी कराई जा सकती है, जो और भी मुश्किल कला है. इसके लिए गेंद को 35-40 ओवर पुरानी होने दें. जब एक साइड ज्यादा घिस जाए और दूसरी पूरी तरह चिकनी हो, तो हवा का दबाव उल्टा काम करता है और गेंद सामान्य दिशा के विपरीत मुड़ जाती है. यही ट्रिक एंडरसन या वसीम अकरम जैसे दिग्गजों ने दुनिया को दिखाई थी.
लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि गेंद के किसी भी साइड को जानबूझकर नुकसान पहुंचाना जैसे स्क्रैच करना, रगड़ना या किसी पदार्थ का इस्तेमाल करना क्रिकेट के नियमों के खिलाफ है. चमक बनाए रखने के लिए केवल कपड़ा, पसीना या लार का ही इस्तेमाल करना चाहिए.
यह भी पढ़ें: कितनी मजबूत है फिनलैंड की करेंसी, जानें वहां भारत के 10,000 कितने हो जाएंगे?
Source: IOCL























