एक बार में घर में कितने रख सकते हैं हीरे? जान लें काम की बात
घरों में कितने हीरे रख सकते हैं इसके लिए कोई लिमिट तय नहीं है. जिसका मतलब है कि आप अपनी संपत्ति के अनुसार हीरे रख सकते हैं. हालांकि हाई वैल्यू वाले हीरे की खरीद और रखरखाव में पारदर्शिता रखना जरूरी है.

सोने की ही तरह हीरा सिर्फ ज्वेलरी ही नहीं बल्कि निवेश का भी एक बहुत कीमती साधन माना जाता है. भारत में हीरो की मांग हमेशा हाई रही है. शादी, सगाई या पारिवारिक अवसरों पर हीरा अपनी चमक और महंगाई के कारण खास महत्व रखता है. वहीं कई लोग इसे निवेश के रूप में भी रखते हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि घर में कितने हीरे रखे जा सकते हैं और क्या इसके लिए कोई कानून है .
घर में कितने रख सकते हैं हीरे?
भारत में घरों में कितने हीरे रख सकते हैं इसके लिए कोई लिमिट तय नहीं है. जिसका मतलब है कि आप अपनी संपत्ति के अनुसार हीरे रख सकते हैं. हालांकि हाई वैल्यू वाले हीरे की खरीद और रखरखाव में पारदर्शिता रखना जरूरी है. इससे न केवल सुरक्षा सुनिश्चित होती है, बल्कि फ्यूचर में किसी विवाद या कानूनी समस्या से भी बचा जा सकता है.
हीरे की खरीद पर टैक्स और कस्टम नियम
हीरे की खरीद पर भारत में 3 प्रतिशत जीएसटी लागू होता है. वहीं अगर आप विदेश से हीरे ला रहे हैं, तो इससे कस्टम में डिक्लेयर करना अनिवार्य होता है. महिलाओं के लिए 1 लाख तक और पुरुषों के लिए 50 हजार रुपये तक की ज्वेलरी ड्यूटी फ्री लाई जा सकती है. इससे ज्यादा वैल्यू वाली ज्वेलरी पर कस्टम ड्यूटी 38.5 प्रतिशत तक हो सकती है. वहीं हीरे की खरीद और रखरखाव के लिए इन वॉइस प्रमाण पत्र और इंश्योरेंस डॉक्यूमेंट रखना बहुत जरूरी है. हीरे को घर में सुरक्षित रखना भी जरूरी होता है क्योंकि इसके खराब होने की संभावनाएं ज्यादा होती है. ऐसे में आप हीरे को सुरक्षित रखने के लिए ज्वेलरी बॉक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं और हर हीरे की फोटो डिजिटल रूप में सेव करके रख सकते हैं. इससे यह चोरी या नुकसान की स्थिति में मददगार साबित हो सकता है, इसके अलावा इससे कस्टम और जीएसटी के हिसाब में भी डॉक्यूमेंट तैयार रहते हैं.
हीरा खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान
खीरे खरीदते समय जरूरी होता है कि सबसे पहले आप हीरे के गुणवत्ता को समझे. ज्वेलर्स हीरे को 4C यानी कट, रंग, क्लेरिटी और कैरेट के आधार पर आंकते हैं. इसके अलावा हीरे का प्रमाणिक सर्टिफिकेट जैसे GIA, IGI या HRD होना जरूरी होता है. ताकि उसकी असली पहचान सुनिश्चित हो सके. अगर आप हीरा खरीद रहे हैं तो उसकी सेटिंग और निर्माण को भी जांचना जरूरी होता है, क्योंकि असली हीरा मजबूत होता है और आसानी से टूटता नहीं है.
Source: IOCL
























