सपने में जहां मन है वहां पहुंच जाते हैं, आखिर क्या होता ये एस्ट्रल ट्रेवल
Astral Travel: जब आपके शरीर से आपकी आत्मा बाहर निकलती है और आपकी मर्जी से आप इस दौरान जहां चाहें वहां घूम सकते हैं. क्या वाकई है यह मुमकिन? कैसे होता है एस्ट्रल ट्रैवल? चलिए जानते हैं.
Astral Travel: आजकल लोगों के बीच एक शब्द काफी सुनने को मिल रहा है. इसका नाम है एस्ट्रल ट्रैवल. एस्ट्रल ट्रैवल को लेकर कहा जाता है कि यह वह प्रक्रिया है. जब आपके शरीर से आपकी आत्मा बाहर निकलती है और आपकी मर्जी से आप इस दौरान जहां चाहें वहां घूम सकते हैं. यानी एक तरीके से कहिए तो आप लेटे रहेंगे अपने बिस्तर पर ही लेकिन शहर घूम सकते हैं. यानी आपको लग रहा होगा कि आप सपना देख रहे हैं. लेकिन वह सब जो आप कर रहे होते हैं. वह आपकी आत्मा हकीकत में कर रही होती है और उस दौरान आपको पूरा होश रहता है. क्या वाकई है यह मुमकिन? कैसे होता है एस्ट्रल ट्रैवल? चलिए जानते हैं पूरी कहानी इस आर्टिकल में.
क्या होता एस्ट्रल ट्रैवल?
एस्ट्रल ट्रैवल जिसे हिंदी में सूक्ष्म यात्रा भी कहा जाता है. यह एक आउट ऑफ बॉडी एक्सपीरियंस होता है. जैसे कि जब हम रात को सोते हैं. तो हमें सपने आते हैं क्योंकि उसे दौरान हमारा दिमाग जग रहा होता है. एस्ट्रल ट्रेवल का अनुभव करने वाले बताते हैं कि एस्ट्रल ट्रैवल के दौरान भी दिमाग जग रहा होता है. अगर आपका दिमाग नहीं जगरा होगा तो आप एस्ट्रल ट्रैवल नहीं कर पाएंगे. इस दौरान आपको पूरा अहसास होता है क्या आपके शरीर से आपकी आत्मा बाहर निकलती है. और फिर जहां आप चाहे उसे ले जा सकते हैं.
नहीं है कोई साइंटिफिक प्रूफ
सामान्य तौर इंसानी दिमाग जो करता है उसे लेकर वैज्ञानिक प्रमाण मिल जाते हैं कि कोई चीज आखिर किस कारण होती है. लेकिन एस्ट्रल ट्रैवल को लेकर साइंटिफिक तौर पर किसी भी तरह के सबूत नहीं मिले हैं. हालांकि आप अगर यूट्यूब या गूगल पर इस सर्च करते हैं. तो आपको ऐसे सैकड़ों उदाहरण और वीडियो मिल जाएंगे जहां एस्ट्रल ट्रैवल के बारे में बताया गया होगा और लोगों ने अपने अनुभव साझा किए होंगे.
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