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अगर हो जाए परमाणु बम से हमला तो कैसे बचेंगे आप? सबसे पहले क्या करना होगा 

न्यूक्लियर ब्लास्ट कई चरणों में होता है. पहला ब्लास्ट के बाद कई किलोमीटर तक तबाही मचती है. इसके बाद परमाणु बम से निकलने वाली गर्मी लोगों की जान ले सकती है. इसका तीसरा चरण होता है रेडिएशन.

दुनिया जैसे-जैसे तीसरे विश्व युद्ध की तरफ बढ़ रही है, वैसे-वैसे परमाणु हमले की आशंका भी बढ़ती जा रही है. रूस और उत्तर कोरिया तो सीधे तौर पर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की चेतावनी देते रहे हैं. परमाणु हमला कितना घातक हो सकता है इसका मजमून दुनिया ने आज से करीब 8 दशक पहले देखा था. इसके बाद परमाणु हथियारों पर इस तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए कि इसके इस्तेमाल से पहले परमाणु शक्ति संपन्न देशों को 100 बार सोचना पड़ता है. 

भले ही दुनिया के सिर्फ 9 देशों के पास ही परमाणु हथियार हों, लेकिन ये हथियार दुनिया में भीषण तबाही मचा सकते हैं. ऐसे में मान लीजिए आप जहां रहते हैं, वहां परमाणु हमला हो जाए तो इससे कैसे बचा जा सकता है? सबसे पहले क्या करना होगा? आज हम यह जानेंगे. 

कैसे होता है न्यूक्लियर ब्लास्ट

न्यूक्लियर ब्लास्ट के कई चरण होते हैं. पहला ब्लास्ट के कारण कई किलोमीटर तक तबाही मचती है जो विस्फोट से निकलने वाली ऊर्जा के कारण होती है. इसके बाद परमाणु बम से निकलने वाली गर्मी लोगों की जान ले सकती है. इसका तीसरा चरण होता है रेडिएशन, जिसमें गामा किरणें निकलती हैं जो एक्सरे से कई गुना खतरनाक होती हैं. ये किरणें हमारे शरीर के डीएनए तक को बदल सकती हैं. इनसे कैंसर जैसी घातक बीमारी हो सकती है. 

बचने का बहुत कम समय

सबसे पहले तो यह जान लेना जरूरी है कि इंसानों के बनाया अब तक सबसे घातक हथियार परमाणु बम ही है. इसकी तबाही का मंजर हिरोशिमा-नागासाकी में देखा गया था. यह हमला इतना घातक था कि इसका दंश आज तक दुनिया भुगत रही है. परमाणु बम से जब हमला होता है तो यह बहुत तेजी से फॉलआउट होता है और इतनी गर्मी और ऊर्जा उत्पन्न होती है कि बचने का बहुत कम समय मिलता है. 

दुनिया के कई देशों ने बनाए हैं बंकर

दुनिया के कई देशों में परमाणु हमले की स्थिति से बचने के लिए शेल्टर बनाए गए हैं. जमीन के नीचे बने ये शेल्टर परमाणु बम के हमले से लोगों को बहुत हद तक सुरक्षित रख सकते हैं साथ ही यहां रेडिएशन का खतरा भी बहुत कम रहता है. ब्रिटेन में पिंडार नाम से ऐसा ही एक बंकर बनाया गया है, जहां एटमी हमले की स्थिति में सेना और सरकार के अधिकारी अपनी जान बचा सकें. यह बंकर ऐसी सुविधाओं से लैस है कि यहां से सरकारी काम भी आसानी से किए जा सकते हैं. 

रेडिएशन ज्यादा खतरनाक

अमेरिका के गृह विभाग ने अपने नागरिकों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इसमें बताया गया है कि न्यूक्लियर अटैक के समय उन्हें क्या करना चाहिए. सबसे बड़ी बात यह है कि न्यूक्लियर हमले के दौरान हुए विस्फोट से ज्यादा खतरनाक होता है उसका रेडिएशन. विस्फोट से होने वाली तबाही को तो नहीं रोका जा सकता, लेकिन रेडिएशन से बचने के लिए उपाय किए जा सकते हैं. अमेरिकी गृह विभाग ने अपनी गाइडलाइन्स में कहा है कि परमाणु हमले के दौरान फॉलआउट वाली जगह को देखना आपकी आंखों की रौशनी छीन सकता है, क्योंकि यहां बहुत तेजी से गर्मी और रोशनी निकलती है. इसलिए इसे सीधे तौर पर न देखा जाए. जब हमला होता है तो रेडिएशन कई किलोमीटर तक फैलता है, ऐसे में हमले वाली जगह से दूर भागने की कोशिश न करते हुए खुद को एक घर में कैद कर लें और 24 घंटे तक वहीं रहें. आपने जो कपड़े पहने हैं, उसे तुरंत बदल लें और उन्हें प्लास्टिक के बैग में बंद करके इंसानों और जानवरों से बहुत दूर कर दें, क्योंकि उसपर रेडिएशन का खतरा रहता है. खुद को रेडिएशन से बचाने के लिए तुरंत नहाएं और साबुन से शरीर को साफ करें, इस दौरान शरीर को ज्यादा रगड़ें नहीं. अपने आंख, नाक और कान को अच्छी तरह से किसी साफ कपड़े से साफ करें. 

यह भी पढ़ें: किसी देश ने परमाणु हमला कर दिया, दूसरे देश को कितनी देर पहले लग जाती है इसकी भनक? 

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