क्या टीवी शो के कारण बढ़ रहे हैं एक्सट्रामैरिटल अफेयर्स? मद्रास हाई कोर्ट ने दिए जांच के आदेश
अदालात की तरफ से जारी प्रश्नों की सीरीज में इस तरह के पहचान का भी पता लगाना है कि क्या टीवी धारावाहिकों और फिल्में में दिखाए जाने वाले प्लॉट से इस तरह के जघन्य अपराधों को प्रेरित करते हैं.

तमिलनाडु में पिछले 10 सालों में एक्सट्रामैरिटल अफेयर्स में हत्याओं और अपहरणों में बढ़ती संख्या के मद्देनजर, मद्रास उच्च न्यायालय ने केंद्र और राज्य सरकारों से यह पता लगाने को कहा है कि क्या मेगा टेलीविजन सीरियल्स और फिल्मों के संपर्क में आना इस घटनाओं का मूल कारण है?
न्यायमूर्ति एन किरुबाकरन और न्यायमूर्ति अब्दुल कुद्दोज की खंडपीठ ने कहा कि एक्सट्रामैरिटल अफेयर्स आजकल एक खतरनाक सामाजिक बुराई बन गया है. पीठ ने कहा, ''घिनौनी हत्याएं, हमले, अपहरण आदि सहित कई जघन्य अपराध गुपचुप रिश्तों में किए जाते हैं और वे दिन-प्रतिदिन खतरनाक रूप से बढ़ रहे हैं. अधिकांश हत्याएं या तो पति या पत्नियों की तरफ से अपने साथी को खत्म करने के लिए की जाती हैं. इसके अलावा, या तो पति या पत्नी का साथी तरफ हत्याएं को अंजाम देते हैं, ताकि वे एक दूसरे के साथ संबंध जारी रख सकें. "
कारण जानने की कोशिश में अदालत ने इन मुद्दों पर कुछ सवाल उठाए. पीठ ने कहा कि प्रश्न न तो राय जानने का है और न ही निष्कर्ष निकालने का. पति-पत्नी के बीच की स्वतंत्रता, इंटरनेट, सोशल मीडिया, पश्चिमीकरण और एक दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम बिताने की कमी जैसी परिस्थितियां इन अपराधों का कारण हो सकती हैं. अदालत ने टीवी धारावाहिकों को भी ऐसी स्थितियों में जोखिम समझा है.
अदालात की तरफ से जारी प्रश्नों की सीरीज में इस तरह के पहचान का भी पता लगाना है कि क्या टीवी धारावाहिकों और फिल्में में दिखाए जाने वाले प्लॉट से इस तरह के जघन्य अपराधों को प्रेरित करते हैं.
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