'एक रुपया नहीं है..'कंगाल अंगद बेदी संग अपनी बेटी की शादी नहीं करवाना चाहते थे नेहा धूपिया के पेरेंट्स
नेहा धूपिया और अंगद बेदी अपनी मैरिड लाइफ में बेहद खुश हैं और दो बच्चों के पेरेंट्स बन चुके हैं. लेकिन, अंगद के लिए नेहा के संग शादी करना बिल्कुल भी आसान नहीं था, उन्हें काफी पापड़ बेलने पड़े थे.

नेहा धूपिया ने अंगद बेदी ने साल 2018 में बेहद ही गुपचुप तरीके से शादी कर ली थी, जिससे सभी हैरान रह गए थे.क्योंकि उन्होंने अपने रिश्ते को कभी ऑफिशियल नहीं किया था. इस कपल ने गुरुद्वारे में बेहद ही प्राइवेट तरीके से शादी रचाई. उनकी शादी के कुछ महीनों बाद ही उनकी पहली संतान बेटी मेहर का जन्म हुआ.
हाल ही में मनीष पॉल के पॉडकास्ट के दौरान अंगद बेदी ने अपनी लव स्टोरी के बारे में बात की. उन्होंने ये भी बताया कि वक्त के साथ उनकी दोस्ती कैसे रिश्ते में बदल गई और फिर शादी तक पहुंच गई.बातचीत के दौरान मनीष ने मजाकिया अंदाज में अंगद से पूछा,'आप कुंवारे सोए और शादीशुदा होकर जागे. खबर एक ही रात में अचानक आ गई..जो वाकई कमाल था. तो आप दोनों की मुलाकात कब हुई?'
साइक्लिंग शॉर्ट्स में पहली बार देखा
अंगद ने इस सवाल के जवाब में कहा,'दिल्ली के मालचा मार्ग में एक जिम था जहां मेरे दोस्त मुझे ले गए. मैंने पहले ऐसा जिम कभी नहीं देखा था. वहीं, मैंने एक फिट लड़की को ट्रेडमिल पर दौड़ते हुए देखा.'अंगद ने जब नेहा को पहली बार देखा था उसके बारे में बात करते हुए कहा,'वो साइक्लिंग शॉर्ट्स पहनकर खूब दौड़ रही थी.
मैंने उन्हें देखा तो मेरे दोस्तों ने बताया,'वो मिस इंडिया है, उनका नाम नेहा धूपिया है.'मैंने कहा कि वो बहुत फिट दिखती हैं और उनका दौड़ने का अंदाज बहुत अच्छा है.फिर अगले दिन हम उन्हें देखने के लिए फिर जिम गए और उसके बाद तीसरे दिन भी. मेरे पिता को लगा कि ट्रेनिंग के बाद मैं जिम क्यों जा रहा हूं, मुझे आराम करना चाहिए. इसके बाद किसी वजह से हमने जिम जाना बंद कर दिया.'
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कई साल बाद अंगद के सबसे अच्छे दोस्त और क्रिकेटर युवराज सिंह ने इस जोड़ी के लिए क्यूपिड की भूमिका निभाई. अंगद ने कहा,'कुछ सालों बाद युवराज सिंह जो मेरे लिए पिता समान भी हैं और मेरे सबसे अच्छे दोस्त भी.मुझे मुंबई की एक पार्टी में ले गए. वहां नेहा भी मौजूद थीं. मैंने उन्हें देखा और ग्रीट किया.आफ्टर पार्टी हम सभी मेरे घर गए. नेहा को भी इस दौरान हमने इंवाइट किया. इसी दौरान पहली बार मेरी उनसे ठीक तरह से बात हुई. मैंने उन्हें बताया कि पहले हम दोनों एक ही जिम में जाया करते थे.'
एक्टर ने आगे कहा कि किस्मत से उन्हें धर्मा की एक फिल्म उंगली में काम करने का मौका मिला. नेहा भी इसका हिस्सा थीं. इसके बाद हमने एक और प्रोजेक्ट किया,उसने मुझे एक रोल के लिए कॉल किया और मैंने हां कर दी.क्योंकि मैं बस उसके साथ समय बिताना चाहता था. मैं दिल की बात खुलकर कहने वाला इंसान था.
पेरेंट्स ने नेहा पर छोड़ा फैसला
वह फिल्म पूरी तरह फ्लॉप रही, उसमें कोई खास दम नहीं था, बेकार सी थी. शूटिंग के दौरान मैंने उससे कहा कि मुझे वो पसंद और उसे मुझे शादी कर लेनी चाहिए.दिल्ली आने के बाद अंगद बेदी ने नेहा धूपिया के पेरेंट्स से उनकी बेटी का हाथ मांगा. लेकिन उन्होंने नेहा पर फैसला छोड़ दिया.
अंगद ने बताया,'मैंने उससे कहा, मैं कोई नहीं हूं, मेरे पास पैसे नहीं हैं, लेकिन अगर तुम मुझसे शादी करोगी तो मैं कुछ बन जाऊंगा.'उसने कुछ नहीं कहा और बात को दूसरी दिशा में मोड़ दिया. उस फिल्म के बाद मैं घर आया और उसके पेरेंट्स से कहा कि मैं आपकी बेटी से शादी करना चाहता हूं. वो बोले,'तुम बहुत अच्छे लड़के हो, लेकिन तुम्हारी जेब में एक रुपया भी नहीं है और हमारी बेटी से शादी करना चाहते हो. मैंने उनसे कहा कि यही मेरी मंशा है और उन्होंने कहा कि हम देखेंगे.'
किस्मत इस जोड़ी को फिर से साथ लेकर आई. करण जौहर ने दोनों को साथ होने की सलाह दी. अंगद ने कहा,'हम अच्छे दोस्त बन गए थे और एक-दूसरे के साथ वक्त व्यतीत करना चाहते थे. बाद में वो अपनी राह चली और मैं अपनी. किस्मत ऐसी रही कि मैं सूरमा की शूटिंग के लिए पंजाब जाया करता था. उसने मुझे एक दीवाली पार्टी में बुलाया. वो मुझे किसी और से मिलवाने की कोशिश कर रही थी. मैंने कहा कि मेरा वक्त बर्बाद मत करो, मेरी डायरी पहले ही भरी हुई है.'
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Source: IOCL























