Lok Sabha Election 2024: तीसरे चरण की वोटिंग में उत्तर प्रदेश में बीजेपी और सपा की सीधी टक्कर, इन सीटों पर महामुकाबला
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दो चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं और अब तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश के कई सीट ऐसे हैं, जहां बीजेपी और सपा में सीधी टक्कर है.
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर मतदान होना है. इन सीटों में से कई सीट ऐसे हैं जहां सपा और बीजेपी में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. सपा जहां सरकार को महंगाई और बेरोजगाड़ी के मुद्दे पर घेर रही है तो वहीं बीजेपी सपा को परिवारवाद के मुद्दे पर आड़े हाथों ले रही है.
संभल (sambhal), हाथरस (hathras), आगरा (agra), फतेहपुर सीकरी (fatehpur sikri), फिरोजाबाद (firozabad), मैनपुरी (mainpuri), एटा (etah), बदायूं (badaun), बरेली (bareli) और आंवला (aonla) वो सीट हैं, जहां तीसरे चरण में वोटिंग होनी है. इन सीटों पर सभी दलों के नेताओं ने जबरदस्त चुनाव प्रचार किया और लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों पर जोर दिया. ऐसे में माना जा रहा है कि इन सीटों पर मुकाबला रोचक हो सकता है. इन 10 सीटों में 2019 में बीजेपी ने 8 और सपा ने 2 सीटों पर जीत हासिल की थी.
बसपा बिगाड़ेगी खेल?
बीजेपी के खाते में हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, फतेहपुर सीकरी, एटा, बदांयू, बरेली और आंवला सीट गई थी तो वहीं सपा ने मैनपुरी और संभल सीट पर जीत हासिल की थी.तीसरे चरण की बात करें तो यहां कई ऐसे सीट हैं जहा बीजेपी और सपा में सीधा मुकाबला है, लेकिन इस बार बसपा अलग से मैदान में है, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय भी हो सकता है.
संभल बीजेपी के लिए चुनौती!
संभल में बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाता हैं और इस सीट पर सपा के जिया उर रहमान बर्क का मुकाबला भाजपा के परमेश्वर लाल सैनी से है. मुस्लिम वोटरों की बड़ी संख्या के कारण बीजेपी को इस सीट से ज्यादा सफलता नहीं मिल पाई है. इसे बीजेपी मात्र एक बार जीत पाई है. हाथरस की बात करें तो यहां सपा के सपा के जसवीर वाल्मिकी का मुकाबला भाजपा के अनूप प्रधान से है. 2019 की बाते करें तो ये सीट बीजेपी के खाते में गई थी और राजवीर दिलेर ने सपा के उम्मीदवार को हराया था.
मुलायम परिवार की ‘अग्निपरीक्षा’
इस चरण में मुलायम सिंह के परिवार (mulayam singh family) की भी अग्निपरीक्षा होने वाली है क्योंकि डिंपल यादव मैनपुरी, अक्षय यादव फिरोजाबाद और आदित्य यादव बदायूं से मैदान में हैं. मैनपुरी की बात करें तो ये सपा का गढ़ रहा है और सपा यहां से चुनाव कभी नहीं हारी है. और इस बार इस रिकॉर्ड को बरकरार रखने की जिम्मेदारी डिंपल यादव पर है. इस सीट पर डिंपल का मुकाबला बीजेपी की तरफ लड़ रहे जयवीर सिंह से है. फिरोजाबाद की बात करें तो इस सीट अक्षय यादव के खिलाफ बीजेपी ने चंद्र सेन जादौन को उतारा है.
हो चुकी है जुबानी जंग..
मुलायम परिवार से आने वाले उम्मीदवारों पर बीजेपी लगातार हमलवार है और परिवारवाद के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह सपा पर हमलावर हैं. अपने चुनावी रैली में उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से सवाल किया कि आपकी पार्टी परिवार से बाहर ‘यादव’ उम्मीदवारों को टिकट क्यों नहीं देती? वहीं शाह को जवाब देते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी न सिर्फ देश की सबसे खतरनाक परिवार है बल्कि पूरे विश्व की सबसे खतरनाक परिवार है.
अमित शाह के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को वंशवाद के मुद्दे पर घेरा है और तुष्टिकरण का आरोप भी लगाया है. राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने को लेकर भी बीजेपी लगातार विपक्ष पर हमलावर रही है. ऐसे में देखना होगा कि इन सीटों एक बार फिर बीजेपी बढ़त बनाने में कामयाब रहती है या सपा बराबरी की टक्कर दे पाती है.
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