बोट यात्रा: प्रियंका गांधी ने रोजगार के बहाने साधा मोदी सरकार पर निशाना, कहा- राजनीति जनता के लिए होनी चाहिए
प्रियंका गांधी की इस यात्रा को ‘गंगा-जमुनी तहजीब यात्रा’ का नाम दिया गया है. प्रियंका के लिए वाराणसी के मशहूर अस्सी घाट पर एक स्वागत समारोह भी रखा गया है और वह 20 मार्च को दिल्ली रवाना होने से पहले काशी विश्वनाथ के दर्शन भी करेंगी.

नई दिल्ली: कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाराणसी तक की अपनी नाव यात्रा के दौरान अपने पहले पड़ाव दुमदुमा घाट पहुंची. घंटों से वहां खड़े उत्साही कार्यकर्ता और लोगों ने तहे दिल से प्रियंका का स्वागत किया. प्रियंका ने लोगों को संबोधित करते हुए जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने वहां लोगों से कहा कि राजनीति जनता के लिए होनी चाहिए थी. ये सारे नेता बस आप पर राज करना चाहते हैं इसलिए अपने वोटों का सही इस्तेमाल करें और कांग्रेस की सरकार लाएं.
प्रियंका ने कहा कि सरकार की तरफ से आपको ऐसे मुद्दों में उलझाया जाएगा जिससे आपका कोई लेना देने नहीं होगा. पर उन सबके बाद भी आप लोगों को मुद्दे पर भी रहना होगा. इस दौरान उन्होंने लोगों को मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार आने के बाद किसानों की कर्जमाफी भी याद दिलाई. प्रियंका ने कहा आवाज उठाए जाने वालों को दबाया जाता है, जनता की आवाज सुनी जानी चाहिए.
मोदी सरकार की रोजगारनीति पर हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा 45 साले में लोगों को सबसे कम रोजगार इस वरतमान सरकार में मिला है.
दुमदुमा घाट के बाद प्रियंका सिरसा में शहीद के घर भी जाएंगी. इसके साथ नगर भ्रमण का भी कार्यक्रम है.
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी का कहना है कि प्रियंका गांधी की ये यात्रा ऐतिहासिक है, आजतक किसी नेता ने इस तरह जल मार्ग के जरिए यात्रा नहीं की है. इसका मकसद है कि गंगा तट के आसपास के वो लोग जो निचले स्तर पर रहते हैं उनसे जुड़ाव और संवाद होगा. प्रियंका में लोग इंदिरा जी की छवि देखते हैं.
बता दें कि इस दौरान नाव पर चर्चा का भी कार्यक्रम रखा गया है. कुछ युवाओं व छात्र-छात्राओं के प्रतिनिधि मंडल के साथ वह गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन के मुद्दों, उद्योगों की खस्ताहाली पर चर्चा करेंगी. प्रयागराज से वाराणसी तक गंगायात्रा के दौरान प्रियंका संसदीय सीटों के नेताओं, संभावित उम्मीदवारों से भी चर्चा करेंगी.
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