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एबीपी न्यूज़ | Updated at : 02 Jul 2020 09:47 PM (IST)
20:48 PM (IST) • 02 Jul 2020
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा देश भर के विश्वविद्यालयों के लिए अंतिम वर्ष/अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए नई गाइडलाइन आज जारी होनी है. जिस इंतजार छात्र और अभिभावक सुबह से कर रहे हैं. लेकिन अभी तक इस मामले को लेकर कोई ऑफिशियल अपडेट सामने नहीं आया है.
देश के मौजूदा हालातों को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि परीक्षां रद्द की जा सकती हैं. लेकिन जब कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आ जाती. इस मामले पर कुछ नहीं कहा जा सकता है.
20:19 PM (IST) • 02 Jul 2020
JEE और NEET परीक्षा को टालने की मांग छात्र और अभिभावकों द्वारा लगातार की जा रही है. कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हालात की समीक्षा के लिए एक पैनल का गठन किया है. इस कमेटी में NTA के डीजी समेत अन्य एक्सपर्ट शामिल हैं. एनटीए से कहा गया है कि मौजूदा हालात की समीक्षा करके 3 जून तक अपनी रिपोर्ट दाखिल करे. हालांकि मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षा इस वक्त होना मुश्किल दिख रहा है.
07:33 AM (IST) • 02 Jul 2020
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) फाइनल ईयर की परीक्षाओं और एकेडमिक कैलेंडर के बारे में आज किसी भी वक्त गाइडलाइंस जारी कर सकता है. इससे पहले कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि गाइडलाइंस 1 जून को जारी हो सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ऐसे में सभी स्टूडेंट्स की नजरें UGC के नए दिशा-निर्देश पर टिकी है. क्योंकि इस वक्त अभिभावक और छात्र दोनों नहीं चाहते कि परीक्षाएं आयोजित की जाएं.
18:40 PM (IST) • 02 Jul 2020
अनलॉक-2.0 के बीच कर्नाटक में केंद्र और राज्य सरकार के सभी प्रशिक्षण संस्थान 15 जुलाई से खुल जाएंगे. एक अधिकारी ने यह जानकारी बुधवार को दी. मुख्य सचिव टी.एम. विजय भास्कर ने कहा, "केंद्र और राज्य सरकार के सभी प्रशिक्षण संस्थानों के 15 जुलाई से संचालन की अनुमति दे दी गई है." इन संस्थानों का संचालन शुरू होने से पहले हालांकि इनके लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे. ये दिशा-निर्देश कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग और कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग द्वारा जारी किए जाएंगे. राज्य में स्कूल, कॉलेज एवं अन्य शैक्षिक संस्थान हालां कि 31 जुलाई तक बंद रहेंगे. सरकार ऑनलाइन शिक्षण के विकल्प पर भी विचार कर रही है.
18:21 PM (IST) • 02 Jul 2020
इस कैलेंडर में दिव्यांग बच्चों की जरूरतों का भी ध्यान रखा गया है. ऑडियो बुक्स, रेडियो कार्यक्रमों आदि के द्वारा छात्रों की जरूरतों को पूरा किया जायेगा.
इस कैलेंडर की सबसे प्रमुख बात यह है कि इन गतिविधियों की मैपिंग छात्रों की सीखने के प्रतिफलों के साथ की गई है. इसके द्वारा अभिभावक और अध्यापक बच्चों की प्रगति पर भी नजर बनाये रखेंगे. इस कैलेंडर में अनुभव आधारित शिक्षा के लिए कला और शारीरिक शिक्षा के साथ साथ योग भी शामिल किया गया है. तनाव और चिंता को दूर करने के तरीके भी इस कैलेंडर में सुझाये गए हैं. फिलहाल इस कैलेंडर में चार भाषाओं के विषयों को शामिल किया गया है जिनमें संस्कृत, उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी हैं. इस वैकल्पिक कैलेंडर में ई-पाठशाला, एनआरओईआर और दीक्षा पोर्टल पर अध्यायवार उपलब्ध सामग्री को भी शामिल किया गया है.
18:20 PM (IST) • 02 Jul 2020
केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा, "यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि छात्रों को कम से कम समय कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बिताना पड़े. जिनके पास इंटरनेट सुविधा है वो भी और जिनके पास नहीं है वो भी, शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं. अध्यापक विद्यार्थियों को मोबाइल पर एसएमएस भेजकर या फोन पर कॉल कर के उनका मार्गदर्शन करें. इंटरनेट सुविधा उपलब्ध होने की स्थिति में अध्यापक, अभिभावक और बच्चे व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, गूगल मेल और गूगल हैंगऑउट द्वारा एक दूसरे से जुड़ सकते हैं और पढ़ाई जारी रख सकते हैं."
18:19 PM (IST) • 02 Jul 2020
कक्षा 1 से 5 के छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक गतिविधियां सुचारु रखने के लिए 8 हफ्ते का वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर जारी किया गया है. यह वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा बनाया गया है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने प्राथमिक स्तर के छात्र-छात्राओं के लिए यह अकादमिक कैलेंडर जारी किया. इससे पहले पहले चार हफ्ते के लिए एक वैकल्पिक कैलेंडर अप्रैल में जारी किया गया था.
18:17 PM (IST) • 02 Jul 2020
अहमदाबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर पंकज चंद्रा ने कहा, "हमने तय किया है कि यदि कोई छात्र कैम्पस खुलने पर भी कैम्पस आने में असहज महसूस करता है, तो हम उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई करने की सुविधा तब तक मुहैया कराएंगे, जब तक उन्हें यह महसूस नहीं हो जाता कि वे कैंपस में आने के लिए तैयार हैं." अहमदाबाद यूनिवर्सिटी अगस्त में अपना मानसून सेमेस्टर ऑनलाइन शुरू करेगा और उसने इस बात की विस्तृत योजना बनाई है कि हालात सामान्य होने पर कैम्पस को कैसे और कब खोला जाए. हालांकि, सभी छात्रों को यह तय करने की छूट होगी कि वे ऑनलाइन क्लास चाहते हैं या कैम्पस आकर पढ़ाई करना चाहते हैं. यह छात्रों को अपने घरों में सुरक्षित रूप से रहकर शैक्षणिक वर्ष निर्धारित समय पर शुरू करने का मौका देगा. प्रोफेसर चंद्रा ने कहा कि जब भी महामारी की स्थिति में सुधार होगा, हम अपने छात्रों को कैम्पस में ले आएंगे.
06:16 AM (IST) • 02 Jul 2020
कोविड-19 महामारी के बीच, अहमदाबाद यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले छात्र इस साल दिसंबर तक ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल होने का विकल्प चुन सकते हैं, भले ही कैम्पस इससे पहले ही फिर से खुल जाएं. यूनिवर्सिटी ने गुरुवार को यह घोषणा की. यह निर्णय तब आया है जब यूनिवर्सिटी नए शैक्षणिक वर्ष के दौरान छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठोर योजनाएं और संचालन प्रक्रियाएं अमल में लाने की कोशिश कर रहा है.मानसून सेमेस्टर के दौरान कैम्पस में पहुंचने की तारीख अनिश्चित है और यूनिवर्सिटी छात्रों को कैम्पस में रिपोर्ट करने के लिए तभी कहेगा जब उनके लिए ऐसा करना सुरक्षित हो.
05:52 AM (IST) • 02 Jul 2020
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों के लिए नई गाइडलाइंस जारी कर सकता है. इस समय छात्र यूजीसी की गाइडलाइंस
आने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुहाड समिति के सुझाव के बाद यूजीसी विश्वविद्यालयों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर सकती है. यूजीसी की गाइडलाइंस कुहाड समिति की रिपोर्ट के बाद आ सकती है. बता दें कि इस समिति के प्रमुख हरियाणा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति आरसी कुहाड हैं. कुहाड समिति की ये रिपोर्ट काफी अहम मानी जा रही है. अब देखना होगा कि कुहाड समिति क्या रिपोर्ट सौंपती है.