3 घंटे ठप रहने के बाद शुरू हुई UPI सुविधा! अब आसानी से कर सकेंगे ऑनलाइन पेमेंट
आपको बता दें कि मार्च 2025 में भारत में UPI ट्रांजैक्शन्स ने रिकॉर्ड बनाया था, कुल 18.30 अरब लेनदेन, जो फरवरी के मुकाबले 5 फीसदी ज़्यादा था. मार्च में कुल 24.77 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ था.

लगभग 3 घंटे ठप रहने के बाद सोमवार की शाम अब यूपीआई पेमेंट सुविधा फिर से बहाल हो गई है. दरअसल, आज शाम देशभर में अचानक से एक डिजिटल ब्रेकडाउन जैसा माहौल बन गया था. लोग कैशलेस पेमेंट करने निकले थे, लेकिन पेमेंट हो ही नहीं पा रही थी. Paytm, Google Pay और PhonePe जैसे बड़े-बड़े डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म अचानक डाउन हो गए और देशभर में ऑनलाइन लेनदेन अटक गए थे.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शिकायतों की बाढ़
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे X और इंस्टाग्राम पर यूज़र्स ने शिकायतों की बाढ़ ला दी थी. Downdetector जैसी वेबसाइट पर भी रिपोर्ट्स की संख्या अचानक से बढ़ गई थी. Paytm खोलने पर यूज़र्स को सीधा एरर मैसेज मिल रहा था, "UPI app is facing some issues." यानी साफ़ था कि परेशानी सिर्फ़ एक ऐप तक सीमित नहीं थी, बल्कि पूरे UPI सिस्टम में कोई बड़ी तकनीकी गड़बड़ी थी.
ये तीसरी बार हुआ है
देखने वाली बात ये है कि पिछले एक महीने में यह तीसरी बार है जब UPI सेवा इस तरह ठप हुई है. एक ऐसा सिस्टम जिस पर हर दिन करोड़ों लोग निर्भर रहते हैं, उसका इस तरह बार-बार क्रैश होना अब लोगों को परेशान कर रहा है. खासकर दुकानदार, कैब ड्राइवर और आम उपभोक्ता बुरी तरह प्रभावित हुए.
मार्च में बने थे रिकॉर्ड, अब भरोसे पर सवाल
आपको बता दें कि मार्च 2025 में भारत में UPI ट्रांजैक्शन्स ने रिकॉर्ड बनाया था, कुल 18.30 अरब लेनदेन, जो फरवरी के मुकाबले 5 फीसदी ज़्यादा था. मार्च में कुल 24.77 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ था. लेकिन जिस स्पीड से डिजिटल इंडिया आगे बढ़ रहा है, अब सवाल उठने लगा है कि क्या इस तरह की तकनीकी खामियां उसकी रफ्तार को रोक सकती हैं?
कौन है UPI का राजा?
मार्च में UPI की दुनिया में सबसे बड़ा खिलाड़ी बना PhonePe, जिसने 864.7 करोड़ ट्रांजैक्शन्स किए, यानी पूरे सिस्टम का लगभग 47 फीसदी हिस्सा. वहीं Google Pay ने 36 फीसदी से ज़्यादा ट्रांजैक्शन्स हैंडल किए. दोनों ऐप्स मिलकर UPI का बड़ा हिस्सा संभाल रहे हैं, लेकिन जब सर्वर डाउन होता है, तो ये सारे बड़े नाम भी यूज़र्स को राहत नहीं दे पाते.
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