अरबपति बनने के करीब Lenskart के पीयूष बंसल, 15 साल पहले शुरू हुआ था सफर
Lenskart IPO: कंपनी IPO लेकर आ रही है, जिसकी वैल्यूएशन 9 अरब डॉलर बताई जा रही है. इसमें अपने शेयरों का एक छोटा सा हिस्सा बेचकर पीयूष लगभग 80 करोड़ डॉलर का प्रॉफिट कमा सकते हैं.

Lenskart IPO: मेहनत, काबिलियत और ईमानदारी किसी इंसान में हो, तो उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. आईवियर रिटेल चेन लेंसकार्ट (Lenskart) के फाउंडर पीयूष बंसल इसका जीता-जागता सबूत हैं. आज से लगभग 15 साल पहले लिंक्डइन पर मिले अपने कुछ साथियों के साथ लेंसकार्ट के सफर की शुरुआत की थी और आज यह अरबों डॉलर की कंपनी है. लेंसकार्ट अगले महीने की शुरुआत में शेयर बाजार में लिस्ट होने की तैयारी कर रही है.
पीयूष को 80 करोड़ डॉलर का प्रॉफिट!
कंपनी अपना आईपीओ लेकर आने वाली है, जिसकी संभावित वैल्यूएशन 9 अरब डॉलर बताई जा रही है. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, आईपीओ में अपने शेयरों का एक छोटा सा हिस्सा बेचकर पीयूष लगभग 80 करोड़ डॉलर का प्रॉफिट कमा सकते हैं. ऐसे में अगर शेयरों की लिस्टिंग 25 परसेंट के प्रीमियम पर होती है, तो इससे उनका नेटवर्थ 1 अरब डॉलर (लगभग 90 अरब रुपये) तक पहुंच सकता है. इसी के साथ उन्हें भी दुनियाभर के तमाम अरबपतियों की लिस्ट में शामिल होने का मौका मिल जाएगा. कंपनी आने वाले दिनों में AI के साथ-साथ टेक्नोलॉजी और स्टोर्स पर भी निवेश का प्लान बना रहा है.
स्टार्टअप पर लौटा निवेशकों का भरोसा
एक वक्त ऐसा भी आया था जब देश के कई बड़े स्टार्टअप को मैदान में टिके रहने के लिए संघर्ष का सामना करना पड़ रहा था, फंडिंग भी मिलने में दिक्कतें आ रही थीं. उस दौरान अपने बलबूते पीयूष के हासिल किए मुकाम ने भारतीय स्टार्टअप में निवेशकों का भरोसा लौटाया है. लेंसकार्ट ने भारत में रोबोटिक प्रोडक्शन टेक्नीक के जरिए अपनी एक अलग पहचान बनाई. इसके लिए उन्होंने जर्मनी से मशीन मंगाए. एक अलग वेबसाइट भी बनाई, जिससे ग्राहक ऑनलाइन ऑर्डर कर सके.
कैसे आया लेंसकार्ट का ख्याल?
बंसल को एक वक्त में ऐसा लगा कि भारतीय बाजारों में अच्छी क्वॉलिटी के प्रीमियम चश्मों की बहुत कमी है. इनकी कीमत या तो बहुत ज्यादा है या ये आसानी से मिल नहीं पाते हैं. इसी सोच के साथ 2010 में लिंक्डइन में मिले अपने कुछ साथियों के साथ उन्होंने लेंसकार्ट की नींव रखी. पहले इसकी शुरुआत एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के रूप में की गई. बाद में धीरे-धीरे प्रोडक्ट रेंज में वेराइटी लाते हुए किफायती दामों पर चश्मों, सनग्लासेज और कॉन्टैक्ट लेंस को भी पोर्टफोलियो में शामिल किया गया.
IPO को मिली सेबी से मंजूरी
जून में आईपीओ के लिए जमा कराए गए अपने शुरुआती दस्तावेजों में कंपनी ने कहा था कि आईपीओ के तहत 2150 करोड़ रुपये (लगभग 25 करोड़ डॉलर) के नए शेयर जारी होंगे. इसके अलावा, ऑफर-फॉर-सेल विंडो के तहत शेयर बेचे भी जाएंगे. इस बीच, कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी से मंजूरी भी मिल गई. आईपीओ का साइज 7,500-8,000 करोड़ रुपये के बीच होगा. बताया जा रहा है कि आईपीओ के जरिए पीयूष बंसल, नेहा बंसल, सुमित कपाही और अमित चौधरी के साथ-साथ सॉफ्टबैंक, प्रेमजी इन्वेस्ट, टेमासेक, केदार कैपिटल और अल्फा वेव ग्लोबल अपने-अपने हिस्से का शेयर बेचेंगे. कंपनी ने इस इश्यू के लिए कोटक महिंद्रा, मॉर्गन स्टेनली, सिटी, एवेंडस कैपिटल और इंटेंसिव फिस्कल सर्विसेज को मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया है.
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