एक्सप्लोरर

टर्बो-पेट्रोल इंजन वाली कार का बढ़ाएं माइलेज, अपनाएं ये 5 टिप्स

अगर आप टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन वाली कार इस्तेमाल करते हैं और आपकी कार उतना माइलेज नहीं देती जितना आपसे वादा किया गया था. तो इसके लिए आपको अपनी ड्राइविंग स्टाइल में ये बदलाव करने होंगे. आपकी कार शानदार माइलेज देगी.

आजकल कार निर्माता कंपनियां अपनी ज्यादातर कारों में टर्बोचार्ज्ड इंजन का इस्तेमाल कर रही हैं. कंपनियां पेट्रोल और डीजल दोनों तरह के इंजन में इसका इस्तेमाल कर रही हैं. टर्बोचार्ज्ड इंजन की खासियत होती है कि ये नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन से कहीं ज्यादा ताकतवर होते हैं. हालांकि इसका सही इस्तेमाल करना इतना आसान भी नहीं होता, जितना नैचुरील एस्पिरेटेड इंजन का इस्तेमाल किया जाता है. आज हम आपको टर्बोचार्ज्ड इंजन का सही इस्तेमाल करने का तरीका बता रहे हैं. आप कैसे इस इंजन से ज्यादा माइलेज पा सकते हैं.

1- तेज ब्रेक लगाने से बचें- अक्सर हम लोग रेड लाइट या स्पीड ब्रेकर पर तेजी से ब्रेक का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए. इससे आपका काफी फ्यूल बर्बाद होता है. ब्रेक लगाने के लिए आपको एक्सलरेटर पेडल को छोड़ा देना चाहिए. इससे कार अपने आप धीमी हो जाएगी. आजकल कारों में फ्यूल-इंजेक्शन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है जिससे इंजन अपने आप कट-ऑफ हो जाता है.

2- जल्दी गियर बदलना- टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन में करीब 2,000 RPM पर रेव रेंज में जल्दी शिफ्ट कर देना चाहिए. खास बात ये है कि गियर शिफ्टिंग के दौरान मैक्सिमम टॉर्क का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अगर आप ट्रर्बो पेट्रोल इंजन में जल्दी गियर बदलते हैं तो इससे इंजन ज्यादा रेविंग नहीं करते. इससे आपका फ्यूल ज्यादा बर्न होता है

3- टॉर्क का ख्याल रखें- टर्बोचार्ज्ड इंजन का इस्तेमाल करते वक्त आपको टॉर्क ग्राफ का ख्याल रखना चाहिए. टॉर्क ग्राफ ये दिखाता है कि आप मैक्सिमम टॉर्क कब इस्तेमाल करते हैं. जरूरी नहीं है कि हर बार आपको टॉर्क का इस्तेमाल करना पड़े. आपको कार को किक करने के लिए मैक्सिमम टॉर्क का इंतजार नहीं करना है. आप सिर्फ 2,000 RPM पर भी अच्छी स्पीड पकड़ सकते हैं. इससे आपकी कार का माइलेज काफी बढ़ेगा.

4- स्पीड कम करने के लिए गियर डाउनशिफ्ट करें- अगर आपको कार की स्पीड कम करनी है तो आप ब्रेक का इस्तेमाल न करके गियर को डाउनशिफ्ट भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको रेव-मैचिंग की प्रक्रिया को अपनाना होगा. इसका मतलब है कि आप थ्रॉटल को ब्लिप करते हैं जिससे डाउनशफ्ट करने पर यह आपके निचले गियर के रेव्स से मेच हो जाए. ऐसा करने के लिए आप क्लच को दबाते हैं और मौजूदा एक गियर नीचे शिफ्ट करते हैं. क्लच को बंद करने से पहले एक्सलरेटर को दबाने की जरूरत होगी.

5- एक स्पीड में गाड़ी चलाएं- अगर आप हाईवे पर ड्राइव कर रहे हैं तो कोशिश करें आपकी कार की स्पीड एक जैसी बनी रहे. बार-बार क्लच, गियर बदलना और थ्रोटल इनपुट के इस्तेमाल से ज्यादा फ्यूल खर्च होता है. आप इस बात को भी ध्यान में रखें कि कार हायर गियर में हो और इंजन के रेव्स स्टेबल रहें. हाईवे पर क्रूज कंट्रोल का सहारा लें.

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Weather Update: IMD ने दी खुशखबरी, इन राज्यों में पहले आएगा मानसून, दिल्ली-UP में हीटवेव का अलर्ट, जानें कब मिलेगी राहत
IMD ने दी खुशखबरी, इन राज्यों में पहले आएगा मानसून, दिल्ली-UP में हीटवेव का अलर्ट, जानें कब मिलेगी राहत
महाराष्ट्र में NDA को क्यों मिली कम सीटें? रामदास अठावले ने किया ये दावा
महाराष्ट्र में NDA को क्यों मिली कम सीटें? रामदास अठावले ने किया ये दावा
जब भरे सेट पर सोनाली बेंद्रे को मारने के लिए तैयार हो गई थीं ये कोरियोग्राफर, जानें किस्सा
जब भरे सेट पर सोनाली को मारने वाली थीं ये कोरियोग्राफर, जानें किस्सा
T20 WC 2024: यह पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे निचला स्तर है, इससे नीचे नहीं गिर सकता... पाक ऑलराउंडर ने कह डाली बड़ी बात
यह पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे निचला स्तर है, इससे नीचे नहीं गिर सकता... पाक ऑलराउंडर ने कह डाली बड़ी बात
Advertisement
metaverse

वीडियोज

चुनाव नतीजों के बाद फिर ईवीएम को लेकर सियासत तेज | Lok Sabha Election 2024 | Rahul Gandhi | CongressSheena Bora Murder Case: शीना बोरा हत्याकांड में आया सनसनीखेज मोड़ | ABP News | Breaking | CBINEET Row: NEET परीक्षा में कैसे की गई घपलेबाजी ? देखिए पूरी रिपोर्ट | ABP News  | BreakingBreaking News: केंद्रीय गृहमंत्री Amit Shah की मौजूदगी में 5.30 घंटे तक चली बैठक | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Weather Update: IMD ने दी खुशखबरी, इन राज्यों में पहले आएगा मानसून, दिल्ली-UP में हीटवेव का अलर्ट, जानें कब मिलेगी राहत
IMD ने दी खुशखबरी, इन राज्यों में पहले आएगा मानसून, दिल्ली-UP में हीटवेव का अलर्ट, जानें कब मिलेगी राहत
महाराष्ट्र में NDA को क्यों मिली कम सीटें? रामदास अठावले ने किया ये दावा
महाराष्ट्र में NDA को क्यों मिली कम सीटें? रामदास अठावले ने किया ये दावा
जब भरे सेट पर सोनाली बेंद्रे को मारने के लिए तैयार हो गई थीं ये कोरियोग्राफर, जानें किस्सा
जब भरे सेट पर सोनाली को मारने वाली थीं ये कोरियोग्राफर, जानें किस्सा
T20 WC 2024: यह पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे निचला स्तर है, इससे नीचे नहीं गिर सकता... पाक ऑलराउंडर ने कह डाली बड़ी बात
यह पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे निचला स्तर है, इससे नीचे नहीं गिर सकता... पाक ऑलराउंडर ने कह डाली बड़ी बात
EVM row: 'ईवीएम को अनलॉक करने के लिए OTP की जरूरत नहीं,' सांसद रवींद्र वायकर की सीट पर छिड़ा बवाल तो चुनाव आयोग ने दी सफाई
'ईवीएम को अनलॉक करने के लिए OTP की जरूरत नहीं,' सांसद रवींद्र वायकर की सीट पर छिड़ा बवाल तो चुनाव आयोग ने दी सफाई
भाजपा के लिए माननीय की भूमिका निभा रहे मोहन भागवत, मजबूती के लिए समीक्षा जरूरी
भाजपा के लिए माननीय की भूमिका निभा रहे मोहन भागवत, मजबूती के लिए समीक्षा जरूरी
खाने के बाद सौंफ खाने के फायदे या नुकसान? जान लें जवाब
खाने के बाद सौंफ खाने के फायदे या नुकसान? जान लें जवाब
Ashadha Month: धार्मिक और सेहत के लिहाज से महत्वपूर्ण है आषाढ़, इस महीने इन देवताओं का रहता है प्रभाव
धार्मिक और सेहत के लिहाज से महत्वपूर्ण है आषाढ़, इस महीने इन देवताओं का रहता है प्रभाव
Embed widget