ऑटो इंडस्ट्री के लिए साल 2019 रहा सबसे खराब, बिक्री में आई सबसे बड़ी गिरावट
SIAM द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, आर्थिक नरमी, गांवों में कम डिमांड और ग्राहकों की कमजोर धारणा के चलते साल 2019 में सभी सेगमेंट में गाड़ियों की बिक्री में काफी गिरावट देखने को मिली.
नई दिल्ली: ऑटो सेक्टर के लिए साल 2019 सबसे खराब रहा, SIAM (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स) के मुताबिक आर्थिक नरमी के चलते साल 2019 में गाड़ियों की बिक्री बुरी तरह प्रभावित रही. इस दौरान ऑटो इंडस्ट्री में 20 सालों की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली. इतना ही नहीं BS6 मानकों के अनुपालन को लेकर स्थिति आगे भी खराब बनी रहने की आशंका है.
SIAM (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स) के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, आर्थिक नरमी, गांवों में कम डिमांड और ग्राहकों की कमजोर धारणा के चलते साल 2019 में सभी सेगमेंट में गाड़ियों की बिक्री में काफी गिरावट देखने को मिली.
आंकड़ों पर नजर डालें तो अलग-अलग सेगमेंट में वाहनों की कुल थोक बिक्री साल 2019 में 13.77 फीसदी से घटकर 2,30,73,438 यूनिट्स रही, जबकि साल 2018 में यह आंकड़ा 2,67,58,787 वाहनों का था. SIAM ने साल 1997 से बिक्री के मासिक और वार्षिक आंकड़े दर्ज करने शुरू किए थे, और तब से लेकर अब तक की यह सबसे बड़ी गिरावट है. जबकि साल 2007 में कुल बिक्री में 1.44 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी.
वहीं,पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री साल 2018 में 33,94,790 यूनिट्स की रही थी जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 29,62,052 वाहनों का रहा, ऐसे में बिक्री में 12.75 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई. इसके अलावा इस दौरान, टू-व्हीलर सेगमेंट की बिक्री भी 14.19 फीसदी गिरकर 1,85,68,280 यूनिट्स की रही, जबकि साल 2018 में यह आंकड़ा 2,16,40,033 वाहनों का रहा था. इसके अलावा कमर्शियल वाहनों की कुल बिक्री 14.99 फीसदी गिरकर 8,54,759 वाहन रही, जबकि साल 2018 में यह आंकड़ा 10,05,502 वाहनों का रहा था.
इस बारे में SIAM (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा, 'सरकार ने आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए. इसके बावजूद भी ऑटो इंडस्ट्री के लिए चुनौतियां बरकरार हैं. ग्रामीण क्षेत्रों से मांग में आई कमी भी चिंता का विषय है.