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Vastu Tips: नया घर बनाते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान वरना उठाना पड़ेगा भारी नुकसान
Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र में घर के निर्माण से जुड़े कई नियम बताए गए हैं. वास्तु में नए मकान की नींव से लेकर इसकी हर एक दिशा की विस्तृत जानकारी दी गई है. जानते हैं इसके बारे में.
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वास्तु के अनुसार घर के नियम
Vastu tips for house: वास्तु शास्त्र सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा पर आधारित है. वास्तु में हर एक दिशा का विशेष महत्व होता है. वास्तु में घर में रखी हर एक चीज की निश्चित दिशा बताई गई है. वास्तु में नया घर बनाने के भी कुछ खास नियम बताए गए. इन नियमों का पालन ना करने पर नुकसान उठाना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि वास्तु में नए घर के निर्माण से जुड़ी क्या बातें बताई गई हैं.
नया घर बनवाते समय रखें इन बातों का ध्यान
- अगर आप नया घर बनवाने चाहते हैं तो सबसे पहले इसके लिए शुभ माह का चयन करें. वैशाख, श्रावण, कार्तिक, मार्गशीर्ष और फाल्गुन मास में गृहारम्भ करना बहुत शुभ होता है. माना जाता है कि इन माह में शुरू किए गए काम से आरोग्य और धन-धान्य की प्राप्ति होती है.
- नया मकान बनाने का पहला चरण इसके लिए नींव खोदना होता है. वास्तु के अनुसार इस नींव में धातु का एक सर्प और कलश रखना शुभ होता है. माना जाता है कि इससे शेषनाग इस भवन की रक्षा करते हैं. इस नींव में चांदी का नाग बनाकर रखा जाता है. वहीं कलश को क्षीरसागर का प्रतीक माना जाता है. इसमें जल और दूध मिला होता है. लक्ष्मी जी के प्रतीक के रूप में इसमें एक सिक्का भी डाला जाता है.
- वास्तु के अनुसार चौकोर और आयताकार मकान उत्तम होता है. आयताकार मकान में चौड़ाई की दुगुनी से अधिक लंबाई नहीं होनी चाहिए. अगर प्लॉट वर्गाकार हो, तब उसमें आगे की जगह छोड़ते हुए पीछे की तरफ मकान बनाना चाहिए. वहीं अगर यह आयताकार हो, तब उसमें मकान आगे ही बनाना चाहिए. मकान के पीछे पहाड़ी, बड़ा पेड़, बड़ी इमारत का होना उत्तम माना जाता है.
- वास्तु में मकान के कोनों का भी खास महत्व होता है. तीन और छ: कोन वाले घर को आयु के लिए क्षयकारक माना जाता है. पांच कोन वाला घर संतान को कष्ट देने वाला होता है. आठ कोन वाला घर हमेशा बीमारियों से घिरा रहता है. 18 कोने का मकान धन की हानि या विवाह नहीं होने जैसी समस्या पैदा करता है.
- वास्तु के अनुसार पूजा कराने के बाद ही नए घर में शिफ्ट होना चाहिए. वास्तु पूजा के साथ ही कुलदेव पूजा भी करनी चाहिए. इससे हर तरह का वास्तु दोष मिट जाता है और देवता घर के सदस्यों की रक्षा करते हैं.
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Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल
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