वास्तु के अनुसार, नए घर का मेन गेट उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। मुख्य द्वार पर पर्याप्त रोशनी भी होनी चाहिए।
Vastu Tips 2025: नए घर में खुशहाली लाने के लिए वास्तु के ये नियम जानना जरूरी है!
Vastu Tips 2025: नए घर में खुशियां और शांति चाहते हैं? बस वास्तु की सही दिशाओं का ध्यान रखें. किचन, सीढ़ियों और बेडरूम की सही जगह परिवार की समृद्धि बढ़ाती है.

Vastu Tips 2025: नए घर में शिफ्ट होना हर किसी के जीवन का एक खास और यादगार पल होता है. इस खुशी के मौके पर लोग अपने घर को सजाने-संवारने और फर्नीचर की व्यवस्था करने में बहुत ध्यान रखते हैं. लेकिन सिर्फ सजावट से घर में सुख-समृद्धि नहीं आती, बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार सही दिशा और व्यवस्था अपनाने से ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और परिवार में खुशहाली बनी रहती है. अगर आप भी नए घर में जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो जानें कुछ जरूरी वास्तु नियम, जिनका पालन करने से आपका घर हमेशा लक्ष्मी का वास बनाए रखेगा.
मुख्य द्वार और प्रवेश के लिए वास्तु टिप्स:
नए घर में शिफ्ट होने से पहले सबसे पहले मुख्य द्वार पर ध्यान दें. वास्तु के अनुसार घर का मेन गेट उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए. इसके साथ ही, सामने किसी और के घर की सीढ़ी या गेट न हो. मुख्य द्वार पर पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए, ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहे और शुभ अवसरों की वृद्धि हो.
सीढ़ियों की दिशा और व्यवस्था:
घर की सीढ़ियों का सही स्थान भी बहुत जरूरी है. सीढ़ियां कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं बनानी चाहिए. उन्हें हमेशा पूर्व से पश्चिम या उत्तर से दक्षिण दिशा में बनवाना शुभ माना गया है. इसके अलावा सीढ़ियों के नीचे पानी का नल, बाथरूम या जूते रखने से बचें, क्योंकि ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है.
रसोईघर का सही स्थान:
नए घर में किचन का स्थान भी वास्तु के हिसाब से बहुत अहम है. किचन हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए. गलत दिशा में किचन होने से परिवार में विवाद और अशांति बढ़ सकती है. सही दिशा में किचन होने से सभी सदस्यों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और घर में समृद्धि आती है.
बेडरूम के वास्तु नियम:
मास्टर बेडरूम हमेशा घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए. इससे कमरे में शांति बनी रहती है और परिवार के संबंध मजबूत होते हैं. साथ ही ध्यान रखें कि अपने बेड के सामने कभी शीशा न रखें. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा फैल सकती है और नींद व मानसिक शांति पर असर पड़ सकता है.
नए घर में सुख-शांति और समृद्धि के लिए सिर्फ सजावट नहीं, बल्कि वास्तु नियमों का पालन करना भी जरूरी है. सही दिशा और व्यवस्था अपनाने से घर में मां लक्ष्मी का वास बना रहता है और परिवार में खुशहाली बनी रहती है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
Frequently Asked Questions
नए घर में मुख्य द्वार किस दिशा में होना चाहिए?
घर की सीढ़ियां किस दिशा में नहीं बनवानी चाहिए?
घर की सीढ़ियां कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं बनवानी चाहिए। उन्हें पूर्व से पश्चिम या उत्तर से दक्षिण दिशा में बनवाना शुभ होता है।
किचन के लिए वास्तु के अनुसार कौन सी दिशा शुभ है?
किचन हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए। गलत दिशा में किचन होने से परिवार में अशांति बढ़ सकती है।
मास्टर बेडरूम के लिए वास्तु के अनुसार कौन सी दिशा सही है?
मास्टर बेडरूम हमेशा घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इससे कमरे में शांति बनी रहती है।
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