(Source: ECI / CVoter)
Crop Loss Compensation: बारिश, ओलावृष्टि से रबी फसलों में नुकसान की होगी भरपाई , 56.38 करोड़ का मुआवजा जारी करेगी ये सरकार
Crop Compensation: मार्च में रबी फसलों की कटाई के बीच बरसी आफत ने किसानों का काफी नुकसान किया है. हजारों हेक्टेयर रबी फसलें बर्बाद हो गई हैं. इसकी भरपाई के लिए यूपी सरकार ने निर्देश जारी कर दिए हैं.
Rabi Crop Loss: मार्च के महीने से उत्तर भारत में हो रही झमाझम बारिश ने शहरों में तो मौसम सुहावना बना दिया है, लेकिन रबी फसलों की कटाई के बीच तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. रबी सीजन प्रमुख फसल गेहूं से लेकर सरसों, चना, दलहन, सब्जी और फलों के बागों में काफी नुकसान हुआ है. यूपी से लेकर बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश में पकने की अवस्था में खड़े गेहूं के बीज अब सिकुड़ चुके हैं. इनमें वजन और पोषण की मात्रा दोनों ही कम हो चुकी है. इन रुझानों के बीच किसानों पर भी आर्थिक संकट मंडराने लगा है.
रबी फसलों का बीमा करवाने वाले किसानों को पीएम फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा मिल ही जाएगा, लेकिन जिन किसानों ने बीमा नहीं करवाया है. उनके लिए भी राज्य सरकारें मदद के लिए आगे आ रही हैं.
इस कड़ी में यूपी सरकार ने किसानों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है. राज्य में बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के लिए सरकार ने किसानों को 56 करोड़ 38 लाख रुपये की भरपाई करने का ऐलान किया है.
अधिकारियों को मिले सर्वेक्षण के आदेश
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उत्तर प्रदेश के 9 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि के कारण सबसे ज्यादा फसलें बर्बाद हुई हैं. इन जिलों में पीलीभीत, बरेली, सीतापुर, अलीगढ़, मुरादाबाद, सोनभद्र-हमीरपुर, संभल और उन्नाव का नाम आ रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के जल्द से जल्द फसलों में हुए नुकसान का सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए हैं, ताकि नुकसान की भरपाई की जा सके.
इसके अलावा, आकाशीय बिजली गिरने या पिछले दिनों आपदा में जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को भी अनुग्रह राशि प्रदान करने के भी आदेश दिए गए हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले 20 दिनों में 1 लाख से अधिक किसानों पर इस प्राकृतिक आपदा का बुरा असर हुआ है. करीब 7 किसानों की मौत भी हुई है.
मौसम पूर्वानुमान जारी करने के निर्देश
शनिवार को हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश जारी कर दिए हैं. अभी छोटे और सीमांत किसानों पर से खतरा टला नहीं है, इसलिए किसानों को आने वाली आपदाओं से बचाने के लिए मौसम पूर्वानुमान की जानकारी के लिए सिस्टम को प्रभावी बनाने को कहा गया है.
फसल नुकसान के लिए मुआवजे की व्यवस्था कर दी गई है, लेकिन अब बरसात में सिकुड़े हुए गेहूं को भी खरीदने के लिए यूपी सरकार नए सिरे प्रस्ताव बनाएगी, जिसमें किसानों को नियमों से राहत प्रदान की जाएगी. बारिश में लगभग सभी फसलें भीग चुकी है. ऐसे में पशु चारे का भी संकट गहरा सकता है. इस समस्या को इंगित करते हुए पशुपालन विभाग को भी चारे की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
यह भी पढ़ें:- 1 महीने बाद भी खाते में नहीं पहुंची 13वीं किस्त? कहीं इस गलती की वजह से तो ऐसा नहीं है...