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Sandeep Chaudhary: Patna में 4 महीने में 115 हत्याएं, कहां हैं Nitish Kumar? Bihar Crime
बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चर्चा हुई है. बहस के दौरान बताया गया कि 90 के दशक से 2005 तक का कालखंड बिहार के लिए एक काला अध्याय रहा था, जिसे 'जंगलराज' कहा जाता है. उस दौरान बिहार नरसंहारों का गवाह बना और लाशों का ढेर लग जाता था. 2005 में नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद उन्होंने अपराध, सांप्रदायिकता और भ्रष्टाचार से कोई समझौता न करने का वादा किया था. स्पीडी ट्रायल और फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से अपराधियों को सजा दिलाने का प्रावधान शुरू किया गया, जिससे अपराधियों में भय का माहौल बना. हालांकि, अब फास्ट ट्रैक कोर्ट गायब हो गए हैं और आपराधिक घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. बालू माफिया, शराब माफिया और जमीन माफिया के गठजोड़ के कारण अपराध बढ़ने की बात कही गई. यह भी आरोप लगा कि पुलिस का इन माफियाओं से नेक्सस है. पटना जिले में चार महीने में 115 हत्याएं हुई हैं, जिससे लोगों में असुरक्षा का भाव पैदा हो रहा है. बहस में कहा गया कि "इसी पटना जिला में एक जिला की बात मैं बता रहा हूँ। चार महीने में 115 हत्या होती है, कितने हत्यारे पकड़े गए?" गृहमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार की जवाबदेही पर भी सवाल उठाए गए हैं.
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