सोना-चांदी ने तोड़े सारे Record! Gold ₹1.1 लाख और Silver ₹1.3 लाख पर, क्या अब निवेश का सही समय है?
गोल्ड और सिल्वर ने निवेशकों को चौंकाते हुए नए रिकॉर्ड बना दिए हैं। सोना ₹1.1 लाख प्रति 10 ग्राम के ऑल-टाइम हाई पर है, जबकि चांदी ₹1.3 लाख प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। पिछले 1 साल में दोनों मेटल्स ने 45% का शानदार रिटर्न दिया है। लेकिन इस बार की तेजी खास है, क्योंकि अमेरिकी शेयर बाजार भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं — S&P 500 ने 18% और Nasdaq ने 28% का रिटर्न दिया है। इसके बावजूद, दुनियाभर के सेंट्रल बैंक्स गोल्ड में निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे यह साफ संकेत मिलते हैं कि ग्लोबल इनवेस्टर्स ट्रंप की नीतियों को लेकर सतर्क हैं। इतना ही नहीं, 30 साल में पहली बार गोल्ड रिजर्व्स ने अमेरिकी ट्रेजरी होल्डिंग्स को पीछे छोड़ा है। रिटेल निवेशकों के लिए चांदी और भी आकर्षक बन रही है, क्योंकि गोल्ड-सिल्वर रेश्यो 84 तक पहुंच गया है, जबकि ऐतिहासिक रूप से यह 70 के आस-पास रहता है। साथ ही, चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर गोल्ड ₹1.5 लाख तक पहुंचता है, तो सिल्वर ₹2 लाख प्रति किलो का आंकड़ा छू सकता है।गोल्ड और सिल्वर ने निवेशकों को चौंकाते हुए नए रिकॉर्ड बना दिए हैं। सोना ₹1.1 लाख प्रति 10 ग्राम के ऑल-टाइम हाई पर है, जबकि चांदी ₹1.3 लाख प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। पिछले 1 साल में दोनों मेटल्स ने 45% का शानदार रिटर्न दिया है। लेकिन इस बार की तेजी खास है, क्योंकि अमेरिकी शेयर बाजार भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं — S&P 500 ने 18% और Nasdaq ने 28% का रिटर्न दिया है। इसके बावजूद, दुनियाभर के सेंट्रल बैंक्स गोल्ड में निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे यह साफ संकेत मिलते हैं कि ग्लोबल इनवेस्टर्स ट्रंप की नीतियों को लेकर सतर्क हैं। इतना ही नहीं, 30 साल में पहली बार गोल्ड रिजर्व्स ने अमेरिकी ट्रेजरी होल्डिंग्स को पीछे छोड़ा है। रिटेल निवेशकों के लिए चांदी और भी आकर्षक बन रही है, क्योंकि गोल्ड-सिल्वर रेश्यो 84 तक पहुंच गया है, जबकि ऐतिहासिक रूप से यह 70 के आस-पास रहता है। साथ ही, चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर गोल्ड ₹1.5 लाख तक पहुंचता है, तो सिल्वर ₹2 लाख प्रति किलो का आंकड़ा छू सकता है।


























