पीएफ अकाउंट को एलआईसी पॉलिसी के साथ कैसे करें लिंक? जानें स्टेट बाई स्टेप तरीका और फायदे
अपनी फाइनेंशियल सिक्योरिटी को डबल करने के लिए आप भी एक स्मार्ट मूव अपना सकते हैं. इसके लिए आपको अपने PF अकाउंट को अपनी LIC पॉलिसी से लिंक करना है. ऐसे में आइए जानते हैं इसकी प्रोसेस और फायदे.

प्राइवेट हो या सरकारी आज के समय में हर सेक्टर में लाइफ और फाइनेंशियल सिक्योरिटी सबसे जरूरी होती है क्योंकि हर चीज के लिए पैसे की जरूरत पड़ती है. इसलिए जरूरी है कि आप भी इसे अपनी प्रायोरिटी लिस्ट में डाल दें.
ऐसे में इस सिक्योरिटी को डबल करने के लिए अपने PF अकाउंट को अपनी LIC से लिंक करना एक बेहतरीन ऑप्शन है. ये न सिर्फ प्रीमियम पेमेंट को आसान बनाता है बल्कि इसमें कई एक्स्ट्रा इंश्योरेंस कवरेज भी मिलते हैं. हालिया सालों में EPFO ने इस प्रोसेस को और भी आसान बना दिया है ताकि PF अकाउंट होल्डर्स बिना किसी परेशानी के PF और LIC को लिंक कर सकें. ऐसे में आइए जानते हैं इसकी प्रोसेस और इससे मिलने वाले फायदों के बारे में.
PF को LIC से लिंक क्यों करें?
भारत में आर्थिक सुरक्षा के लिए PF और LIC दोनों ही ट्रस्टेड इंस्टीट्यूशंस हैं. जहां एक और PF हमारी रिटायरमेंट की सेविंग्स को सिक्योर रखता है तो वहीं दूसरी ओर LIC हमें जीवन बीमा देता है जो जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी हमारे काम आता है. ऐसे में इन दोनों को लिंक करने से एम्पलॉइज और उनकी फैमिली के लिए डबल सेफ्टी लेयर बन जाती है. साथ ही, इससे लॉन्ग टर्म बेनिफिट्स भी ज्यादा मिलते हैं.
इसकी एक खास बात ये भी है कि इससे पैसा निकालने की प्रोसेस काफी आसान हो जाती है क्योंकि अब एम्पलॉइज को दो अलग-अलग बार डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन कराने की कोई जरूरत नहीं होती और उन्हें उनकी सेविंग आसानी से मिल जाएगी. इसके अलावा इसमें नॉमिनी में एक ही इंसान का नाम रहता है, फिर चाहे बात PF की हो या LIC की, जिससे बेकार में होने वाली कन्फ्यूजन कम हो जाती है. इन दोनों अकाउंट को लिंक करने का एक सबसे बड़ा फायदा है कि इससे आपकी LIC पॉलिसी लेप्स होने से बच जाती है क्योंकि अगर आप कभी इसकी इंस्टॉलमेंट देना भूल जाते हैं तो वह डायरेक्ट आपके PF अकाउंट से डिडक्ट हो जाती है.
कैसे करें PF और LIC को लिंक?
1. इसके लिए आपको सबसे पहले EPFO की ऑफिशियल वेबसाइट epfindia.gov.in पर जाना है.
2. इसके बाद अपना यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) और पासवर्ड देकर इसमें लॉगिन करना है.
3. फिर KYC सेक्शन में जाना है और LIC पॉलिसी का ऑप्शन एड करना है.
4. फिर LIC पॉलिसी का नंबर डालकर बाकी जरूरी डिटेल्स भरनी हैं.
5. लास्ट में रिक्वेस्ट सबमिट करनी है.
सबमिशन के बाद, एंप्लॉयर या EPFO सभी डिटेल्स को वेरिफाई करेंगे. इसके बाद आपकी LIC पॉलिसी PF अकाउंट से लिंक हो जाएगी. साथ ही, इसमें मिलने वाली सारी सुविधाएं भी एक्टिवेट हो जाएंगी.
इसे भी पढ़ें: मिठाई बनाने के लिए खरीद रहे बादाम-काजू, ऐसे करें असली और नकली की पहचान
Source: IOCL























