आपके घर पर लगे गैस के मीटर और स्मार्ट लाइट भी करती है आपकी जासूसी? जान लीजिए अपने काम की खबर
Electricity Gas Meters Spying: स्मार्ट मीटरों को लेकर खबर आ रही है कि यह आपके घर में है आपकी जासूसी भी करते हैं. सुनकर आप हैरान हो गए होंगे. क्या है इसके पीछे की सच्चाई चलिए आपको बताते हैं.
Electricity Gas Meters Spying: आज के समय लगभग सभी के घरों में बिजली के कनेक्शन है. इसके साथ ही लोगों के घरों में पानी के लिए भी कनेक्शन लगाए गए होते हैं. तो वही कई जगहों पर गैस भी पाइपलाइन के जरिए पहुंचाई जाती है. इसके लिए भी मीटर लगाए गए होते हैं. पहले इन सभी चीजों के इस्तेमाल के लिए लगाए गए मीटर मैन्युअली ऑपरेट हुआ करते थे.
लेकिन अब इसके लिए स्मार्ट मीटर डिजिटली बिल जेनरेट करते हैं. जहां इन स्मार्ट मीटरों से लोगों को फायदा हुआ है तो वहीं स्मार्ट मीटरों को लेकर खबर आ रही है कि यह आपके घर में है आपकी जासूसी भी करते हैं. सुनकर आप हैरान हो गए होंगे. क्या है इसके पीछे की सच्चाई चलिए आपको बताते हैं.
कंपनी बनाए रखती है नजर
पिछले कुछ समय से देखा जाए तो पूरी दुनिया में मीटर का सिस्टम बदल गया है. अब ज्यादातर जगह में एडवांस मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर या एएमआई का उपयोग किया जाता है. यह नए तरह के मीटर होते हैं. जो इस्तेमाल की गई बिजली, पानी, गैस इन सब चीज की जानकारी रखते हैं, इनमें हार्डवेयर,सॉफ्टवेयर, डिस्प्ले और कंट्रोलर्स मीटर डेटा मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर जैसी चीजें होती हैं. जो एक बड़े स्मार्ट ग्रिड का पार्ट होती हैं. इन एएमआई मीटर से पहले ऑटोमेटिक मीटर रीडिंग सिस्टम हुआ करते थे.
जिनमें मीटर से मीटर तक सिर्फ एक तरफा कम्युनिकेशन हुआ करता था. लेकिन अब एएमआई मीटर दो तरफ कम्युनिकेशन सिस्टम हैय जिसमें इंस्ट्रक्शन और ऑर्डर्स भेजे भी जा सकते है. यह वायरलेस सिस्टम पर काम करते हैं. अगर इन्हें बंद करना हो तो दूर से ही बंद भी किया जा सकता है. फरवरी साल 2021 में अमेरिका के टेक्सास में एक जगह बर्फबारी में डेढ़ सौ लोगों की जान चली गई थी. जब एक हैकर ने पता करने की कोशिश की की कहां-कहां बिजली गई थी. तो कंपनी ने जानकारी देने से मना कर दिया. यानी कंपनी को पता था किन घरों की बिजली गई है. लेकिन उसका डेटा नहीं दिया.
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दूर से ही ऑपरेट किया जा सकता है
समान्य तौर पर देखने से लगेगा कि बर्फबारी में बिजली चली जाना आम बात है. लेकिन ऐसा था तो फिर कंपनी ने डेटा क्यों जारी नहीं किया. जिस हैकर ने कंपनी से जवाब मांगा. जब उसने खुद इस बात की तहकीकात की और अपने आसपास के वॉयरलैस कम्युनिकेशंस को पढ़ना शुरू किया. तो उसने 7000 से ज्यादा स्मार्ट मीटर को पढ़ा. और पाया कि जिन इलाकों में ज्यादातर बिजली गई थी वहां अधिकतर अश्वेत (नाॅन व्हाइट) लोग रहते थे. यानी जानबूझकर ऐसा किया गया हो सकता है.
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हैक कर के हो सकती है जासूसी
स्मार्ट मीटर को किस तरह हैक किया जा सकता है. इससे किस तरह जासूसी की जा सकती है. इसका उदाहरण अमेरिका में देखने को मिला था. जब एक हैकर ने रैनसमवेयर डालकर अमेरिका के कई क्षेत्रों में पाइपलाइन व्यवस्था को ठप कर दिया था. जिसे बाद में अमेरिकी सरकार ने करोड़ों डॉलर देकर बहाल किया था. यानी कोई भी आपके स्मार्ट मीटर को हैक कर कर आपकी जासूसी कर सकता है.
कंपनियां बेच सकती हैं आपकी जानकारी
स्मार्ट मीटर संचालित करने वाली कंपनियां स्मार्ट मीटर के जरिए आपकी एक्टिविटीज पर नजर रखती है. आपने कब कौनसी इलेक्ट्रिक डिवाइस इस्तेमाल की है. यह भी कंपनियों को पता होता है. आजकल बहुत सी कंपनियां लोगों का डाटा इकट्ठा करके बेच भी रही हैं.
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