घर में लग गई दीमक तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं, सिर्फ 50 रुपये खर्च करते ही मिल जाएगा छुटकारा
बरसात में नमी और सीलन से घर के फर्नीचर और दीवारों पर दीमक लग जाती है. महंगे पेस्ट कंट्रोल की जगह कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर आप सस्ते और सुरक्षित तरीके से दीमक से छुटकारा पा सकते हैं.

बरसात के मौसम में नमी और सीलन के कारण अक्सर दीवारों और फर्नीचर पर दीमक लग जाती है. ये छोटे-छोटे कीड़े धीरे-धीरे लकड़ी को खोखला कर लाखों का नुकसान कर देते हैं. आमतौर पर लोग इससे छुटकारा पाने के लिए महंगे पेस्ट कंट्रोल और केमिकल ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं, लेकिन इससे जेब पर बोझ तो पड़ता ही है, साथ ही हेल्थ पर भी असर पड़ सकता है. ऐसे में कुछ घरेलू नुस्खे ऐसे हैं जिन्हें अपनाकर आप सिर्फ 50 रुपये के खर्च में दीमक को जड़ से खत्म कर सकते हैं.
हींग का घोल
दीमक से छुटकारा पाने के लिए हींग बहुत कारगर साबित होती है. इसके लिए स्प्रे बोतल में पानी लेकर उसमें आधा चम्मच हिंग घोल लें और घर में दीमक से प्रभावित जगहों पर छिड़क दें. इसकी तेज गंध से दीमक तुरंत बाहर निकलकर मर जाते हैं.
करेले का रस
करेले के रस को नीम की पत्तियों के साथ मिलाकर स्प्रे बोतल में भर लें. इस मिक्सचर को दीमक वाले स्थान पर छिड़कें. इसे दो से तीन बार इस्तेमाल करने पर दीमक पूरी तरह खत्म हो जाएंगे.
लाल मिर्च पाउडर
सूखी लाल मिर्च को पीसकर उसका पाउडर बनाएं और पानी में घोलकर स्प्रे करें, इसकी जलन से दीमक मर जाते हैं. चाहें तो इसका पेस्ट बनाकर दीमक की सुरंगों में भी भर सकते हैं.
लौंग का पानी
लौंग को पीसकर उसका पाउडर पानी में मिला लें और 2 से 3 घंटे बाद छानकर स्प्रे बोतल में भर लें. इसके बाद स्प्रे को आप दीमक वाली जगह पर छिड़क दें, इससे दीमक घर से भाग जाएंगे.
सिरका और नींबू का घोल
दीमक को भगाने के लिए आधा कप सिरका और एक कप नींबू का रस मिलाकर स्प्रे बोतल में भरें और दीमक वाले स्थान पर छिड़कें. यह रस दीमक की सुरंग को भी सील कर देता है और आप सिर्फ 50 रुपये तक में इस रस से दीमक को घर से भगा सकते हैं.
बोरेक्स पाउडर
बोरेक्स पाउडर को पानी में मिलाकर लकड़ी और दरवाजों पर छिड़कर यह दीमक के पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाकर धीरे-धीरे उसे खत्म कर देता है.
नमक और नीम का तेल
नमक का घोल दीमक को शरीर को डिहाइड्रेट कर खत्म कर देता है. वहीं नीम का तेल नेचुरल कीटनाशक है और इसके इस्तेमाल से दीमक दोबारा आने से बचते हैं
ये भी पढ़ें-आखिर क्या है चौपाड़ी प्रथा? यहां लड़कियां आज भी ढो रहीं इस बरसों पुरानी परंपरा का बोझ
Source: IOCL























