आयुष्मान कार्ड से इलाज नहीं कर रहा अस्पताल तो कहां करें शिकायत? जान लें काम की बात
अगर आयुष्मान कार्डधारक को पैनल में शामिल अस्पताल इलाज से मना करता है तो वह ऑनलाइन पोर्टल, टोलफ्री नंबर या उमंग ऐप के जरिए शिकायत कर सकता है. इसके लिए कार्ड की फोटो, अस्पताल की पर्ची रखना जरूरी है.

केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना, गरीब और जरूरतमंद परिवारों को सालाना 5 लाख तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराती है. इस योजना के तहत अब तक 41 करोड़ से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं और देशभर के लगभग 31,466 अस्पताल इस पैनल में शामिल हैं. इनमें लगभग 14,194 निजी अस्पताल भी हैं.
इसके बावजूद कई बार शिकायतें सामने आती है कि कार्ड धारकों को योजना में शामिल अस्पताल ही इलाज देने से मना कर देते हैं. इसे लेकर सरकार के नियम भी साफ कहते हैं कि अगर पैनल में शामिल अस्पताल के पास संबंधित बीमारी का इलाज मौजूद है तो वह मना नहीं कर सकता. अगर कोई ऐसा करता है तो अस्पताल पर कार्रवाई हो सकती है, उसे पैनल से हटाया जा सकता है. ऐसे मामलों में कार्ड धारकों के पास शिकायत दर्ज करने के कई विकल्प भी मौजूद होते हैं.
ऑनलाइन ऐसे करें शिकायत
अगर अस्पताल इलाज से इनकार करता है तो सबसे पहले ऑनलाइन शिकायत दर्ज की जा सकती है. इसके लिए आधिकारिक पोर्टल https://cgrms.pmjay.gov.in/GRMS/loginnew.htm पर जाकर Register Your Grievance पर क्लिक करना होगा. इसके बाद कैप्चा कोड डालकर योजना का चयन करना होगा और मांगी गई जानकारी भरकर आप शिकायत सबमिट कर सकते हैं. शिकायत दर्ज होने पर एक ग्रिवेंस आईडी मिलती है जिसे सुरक्षित रखना जरूरी है.
टोल फ्री नंबर पर भी कर सकते हैं कॉल
शिकायत करने के लिए नेशनल टोल फ्री नंबर 14555 जारी किया जा सकता है. इसके अलावा अलग-अलग राज्यों ने भी अपने हेल्पलाइन नंबर दिए हैं.
- उत्तर प्रदेश के हेल्पलाइन नंबर- 180018004444
- मध्य प्रदेश की हेल्पलाइन नंबर-18002332085
- बिहार के हेल्पलाइन नंबर-104
- उत्तराखंड के हेल्पलाइन नंबर- 155368 या 18001805368
उमंग ऐप से भी कर सकते हैं शिकायत
शिकायत दर्ज करने का एक और आसान तरीका उमंग ऐप है. ऐप में आयुष्मान भारत के सेक्शन में जाकर Grievance Redressal चुनें और इसके बाद वहां आप अपनी जानकारी भर कर शिकायत दर्ज कर सकते हैं. शिकायत करते समय आयुष्मान कार्ड की फोटो, अस्पताल की पर्ची या इनकार का सबूत जैसे ऑडियो या वीडियो और शिकायत की तारीख और समय नोट करना जरूरी है. इसके साथ ही मिली हुई ग्रिवेंस आईडी से स्टेटस भी लगातार चेक करते रहना चाहिए.
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Source: IOCL
























