Sandeep Chaudhary: 10 करोड़ का अनुमान...क्यों नहीं थे इंतजाम? Mahakumbh Stampede | Prayagraj
महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 से अधिक घायल हो गए. प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं. वीआईपी मूवमेंट और आम श्रद्धालुओं की उपेक्षा को इस हादसे का कारण बताया जा रहा है. विपक्ष ने सरकार से इस्तीफे की मांग की है. प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर दुख जताया है. अखिलेश यादव ने कुंभ प्रबंधन सेना को सौंपने की मांग की है. हादसे के 18 घंटे बाद सरकार ने आंकड़े जारी किए. कुंभ में 10 मिलियन श्रद्धालुओं के आने का अनुमान था. एक तरफ लोग खचाखच सड़क पर 1010 किलोमीटर के जाम लगे हुए दूसरी तरफ हूटर बजाते हुए वीआइपी।स्नान कर रहे थे, डुबकी लगा रहे थे संगम में और आज सुबह अमृत स्नान जो था वो शुरू होने वाला था 3:00 बजे लेकिन 1:00 बजे ही भक्तों का रेला आया और ये भगदड़ मच गई और 30 लोग मारे गए। 25 की पहचान हुई है, 60 जख्मी है, अपनों को ढूंढ़ते हुए लोग भटक रहे हैं। आंकड़ा और बड़ा हो सकता है ये आंकड़ा बताने में भी सरकार को 18 घंटे लग गए और अब राजनीति भी हो रही है। हजारों की तादाद में पुलिस थी तो वो क्या कर रहे थे? और ऐसे ही कुछ सवाल हमने कल भी एबीपी न्यूज पर सीधा सवाल में उठाए थे कि जो ये महाकुंभ के दिव्य रंग दिख रहे हैं बदइंतजामी से बदरंग तो नहीं हो जाएंगे या बदरंग होते तो नहीं? महाकुंभ में मौत का भयानक तांडव पर सीधा सवाल में चर्चा संदीप चौधरी के साथ







































