Uttarakhand Tunnel Rescue Video: सिलक्यारा टनल से बाहर निकला बेटा तो पिता की आंखों से निकले आंसू, कहा- 'पौधा बच गया'
Uttarakhand Viral Video: सिलक्यारा टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों ने 17 दिनों के इंतजार के बाद आखिरकार बाहर आने में सफलता पाई. सभी 41 मजदूरों को 17 दिनों के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
Uttarakhand Tunnel Rescue Video Viral: उत्तराखंड की एक घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. करीब 17 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद बीते दिन 41 मजदूरों को शकुशल टनल से बाहर निकाल लिया गया. हालांकि, इस काम में रेस्क्यू टीम को काफी मेहनत करनी पड़ी. सोशल मीडिया पर इस घटना के तमाम वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं. लेकिन एक वीडियो ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है. दरअसल, वायरल हो रहे इस वीडियो में एक पिता अपने बेटे के टनल से बाहर निकलने पर भावुक हो गया. पिता की बात सुनकर हर किसी की आंखें नम हैं. लोग इस वीडियो पर अपनी अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं.
वायरल हो रहे इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर DrRPNishank नाम के ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया है. इस वीडियो में एक कैप्शन भी लिखा गया है. कैप्शन में लिखा है- एक पिता अपने बेटे के बाहर निकलने की खुशी जाहिर करते हुए. वीडियो में पिता के चेहरे पर खुशी देखते ही बनती है. पिता कह रहा है कि मेरा पौधा बच गया. इसके बाद वह भावुक हो जाते हैं. यह वीडियो लोगों के दिलों को छू रहा है. कई लोगों ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक यूजर ने लिखा, 'भावुक कर देने वाला वीडियो.', एक और यूजर ने लिखा, 'सबकी मेहनत रंग लाई.'
जय बद्री केदार!
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) November 28, 2023
अपने बेटे के बाहर निकलने की ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए। #UttarakhandTunnelRescue #Silkyara pic.twitter.com/oqAFZ1LPxq
टनल में फंसे थे 41 मजदूर
सिलक्यारा टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों ने 17 दिनों के इंतजार के बाद आखिरकार बाहर आने में सफलता पाई. सभी 41 मजदूरों को 17 दिनों के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. सुरंग के बाहर खड़े मजदूरों के परिजनों से लेकर आसपास के लोगों के लिए जैसे जश्न की रात हो. लोग झूमते और नाचते दिखे. कई स्थानीय लोग मिठाईयां बांटते भी दिखें. 12 नवंबर की सुबह 5: 30 बजे सिलक्यारा टनल में एक बड़ा हादसा हो गया था, जिसमें 41 मजदूर टनल के अंदर फंस गए थे. उन्हें निकालने के लिए 200 कर्मचारियों के साथ केंद्रीय और राज्य की तमाम एजेंसियां, नेशनल हाईवे एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ और नेशनल हाईवे की टीम 24 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी रही.
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