Dharali Cloud Burst: धराली आपदा में इस देश के सबसे ज्यादा लोग लापता, राज्य सरकार ने जारी की सूची
Dharali Cloud Burst: उत्तरकाशी में आई आपदा के बाद भारी ताबाही की खबरें सामने आईं हैं. इस बीच प्रदेश सरकार ने लापता लोगों की सूची जारी की है.

उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल आपदा में सबसे ज्यादा लापता लोगों की संख्या नेपाल की बताई जा रही है बता दें की धराली हर्षिल आपदा के एक हफ्ते बाद प्रदेश सरकार ने 68 लापता लोगों की सूची जारी की है.
लापताल लोगों में 24 नेपाल के निवासी हैं. उत्तरकाशी के आपदा परिचालन केंद्र की ओर से जारी सूची में नेपाल के 24 लोग लापता बताए जा रहे हैं, वहीं उत्तराखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान के 44 लोग आपदा के बाद से गायब है.
अभी तक इतने मजदूर गायब
जबकि सेवा के नौजवान भी इस आपदा में लापता बताए जा रहे हैं. धराली के आसपास के तैरह स्थानीय लोग, टिहरी का एक बिहार के 13, उत्तर प्रदेश के 6 व्यक्ति और 24 नेपाली मजदूर गायब है. नेपाली मजदूरों में से 5 से संपर्क हो चुका है शेष की तलाश जारी है.
गौरतलब है कि 5 अगस्त की आपदा के बाद 200 मिले थे. एक हफ्ते से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी धराली व हर्षिल क्षेत्र में मलबे में दबे लोगों की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. अब इतने दिनों के बाद कोई इस मलबे में दबाकर जीवित रहा होगा इसे एक तरह से चमत्कार ही कहा जा सकता है फिलहाल लोगों को तलाशने के लिए कई प्रकार की मशीनों और डॉग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है.
गढ़वाल कमिश्नर ने क्या बताया?
उत्तराखंड के गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि रेस्क्यू अभियानयुद्ध स्तर पर चलाए जा रहा है रेस्क्यू अभियान में अब तक 1278 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है सभी बाहरी व जरूरतमंद स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है.
मलबे में दबे लोगों की खोज के लिए एनडीआरएफ एसडीआरएफ और भू वैज्ञानिकों की टीम लगातार काम कर रही हैं इस बीच लापता लोगों के परिजन आपदाग्रस्त इलाकों में डेरा डाले हुए हैं.
धराली के मलबे में दबे लोगों की खोज के लिए बचाव दल, डॉग स्क्वायड की मदद से तलाश की जा रही है. लेकिन 8 दिन बीतने के बाद भी कोई सफलता फिलहाल हासिल नहीं हो पाई है. वहीं राज्य सरकार ने इस आपदा में प्रभावित हुए लोगों के लिए उचित मुहावरे का भी इंतजाम किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन की अपडेट ले रहे हैं.
Source: IOCL






















