मंदिर की जमीन कब्जाने के आरोप पर मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने साधी चुप्पी, धरने पर बैठे महंत, जमकर बवाल
UP news: उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम पर मंदिर की जमीन कब्जाने का मामला गरमा गया है. मगंलवार को मंहत और मंत्री के समर्थक इस मुद्दे पर आमने-सामने आ गए.

उत्तर प्रदेश की राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम पर देवरिया में श्री मनोकामना पूर्ण हनुमान मंदिर की जमीन पर कब्जाने का आरोप लगा है. मंदिर के महंत ने इसके विरोध में अपने शिष्यों के साथ धरने पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया. जिसे लेकर काफी बवाल देखने को मिला. वहीं मंत्री ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है. उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है.
खबर के मुताबिक देवरिया की सदर कोतवाली के श्री मनोकामना पूर्ण हनुमान मंदिर की जमीन पर कब्जा करने को लेकर मंगलवार को हंगामा हो गया. मंदिर के महंत राजेश नारायण दास ने राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम पर मंदिर की जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर हंगामा किया.
महंत ने राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी पर लगाए आरोप
महंत ने कहा कि गुंडों व प्रशासन की मिलीभगत से मंदिर की जमीन पर दीवार खड़ी कर दी गई. उन्होंने कहा मंत्री मंदिर की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रही हैं और प्रशासन उनकी मददगार की भूमिका निभा रहा है. जिसके बाद वो अपने शिष्यों के साथ मंदिर चौराहें पर ही धरने पर बैठ गए.
धरने की जानकारी मिलते ही मंदिर परिसर और आसपास अफरा-तफरी मच गई. बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और माहौल तनावपूर्ण हो गया. पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना मिली तो वो भी तुरंत एक्शन में आया.
सूचना पर एसडीएम श्रुति शर्मा, सीओ सिटी संजय कुमार रेड्डी, कोतवाल डीके सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचेय इसके बाद महंत को समझा-बुझाकर रास्ते से हटवाया. बाद में एसडीएम ने शाम पांच बजे मंदिर की भूमि की पैमाइश कराने का आश्वासन दिया. तब कहीं जाकर महंत ने उनकी बात मानी और अपने धरने को खत्म किया.
एडीएम के आश्वासन पर शांत हुआ मामला
एसडीएम के आश्वासन के अनुसार देर शाम तक मंदिर की नपाई की गई. जिसमें लगभग एक किलोमीटर दूर से हुई नापी में मंदिर की जमीन मंत्री और उनके पट्टी दार द्वारा की गई बाउंड्री के अंदर चला गई. इसके बाद सदर एसडीएम श्रुति शर्मा ने मंत्री की जमीन को सील कर दिया.
एसडीएम की इस कार्रवाई के बाद मंत्री के समर्थक और उनके पट्टीदार नाराज हो गए और उन्होंने एसडीएम की गाड़ी को घेर लिया. जिसके बाद इन लोगों ने जमकर नारेबाजी की. पुलिस की सख्ती के बाद उन्हें वहां से हटाया गया. इसके बाद मंत्री के पट्टीदार और राज्यमंत्री के लोग सुभाष चौक पर धरने पर बैठ गए. उन्होंने आरोप लगाया कि बिना उनका पक्ष जाने ही ये कार्रवाई की गई है.
इस पूरे विवाद पर मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई हैं.
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Source: IOCL





















